रिपोस्टिंग की आड में उसहैत एसओ को बदनाम करने की कोशिश

एस०शाहिद अली

बदायूँ जनमत । हो सकता है मेरे इस पोस्ट को पढकर कुछ लोग मुझे एसओ का चमचा या दलाल जैसे शब्दों का प्रयोग करें । क्योंकि गटर के कीडों की सोंच भी गटर के समान ही होती है ।
इन दिनों सोशल साइट पर उसहैत एसओ हरिभान सिंह की रिपोस्टिंग को लेकर तरह तरह के पोस्ट किए जा रहे हैं । रिपोस्टिंग को असंवैधानिक बताया जा रहे है और खास बात यह आवाज समाजवादी पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं की ओर से उठाई जा रही है । हाँ और एक बात और एसओ हरिभान सिंह राठौड़ को बदनाम करने की तमाम कोशिशें तब से की जा रही हैं जब से उसावां ब्लॉक प्रमुख राजेश गुप्ता और उनके बडे भाई राकेश गुप्ता सहित तीन पर मुकदमा दर्ज किया गया है । यहाँ एक बात और स्पष्ट करना चाहता हूँ कि ब्लॉक प्रमुख पर कार्यवाही थाना पुलिस द्वारा नहीं बल्कि डायल 100 के द्वारा की गई थी ।
इसी खुंदस को लेकर समाजवादी पार्टी के कई कार्यकर्ता आए दिन एसओ हरिभान सिंह के खिलाफ तरह तरह के पोस्ट किये जा रहे हैं । मैं उन सपाईयों को याद दिलाना चाहता हूँ कि अगर रिपोस्टिंग असंवैधानिक है तो यह असंवैधानिक कार्य सबसे पहले आप ही की सरकार में उस समय किया गया जब एसओ विजय गौतम की उसहैत थाने में ही रिपोस्टिंग कराई गई, और उसका परिणाम तो यहां तक निकला कि कस्बे के लगभग 250 जिम्मेदार लोगों को झूठे मुकदमें में फसाया गया था । मैं पूछना चाहता हूँ क्या उस समय रिपोस्टिंग संवैधानिक थी..???
जब से उसहैत थाने में हरिभान सिंह राठौड़ रिपोस्टिंग पर आये हैं तब से सट्टा, शराब, जुआ और अवैध खनन जैसे तमाम कार्य पूर्णतया बंद हैं, और मेरा दावा है कि जनता को अब से पहले इतनी राहत भरी सांस पहले कभी नहीं मिली होगी ।

जनमत एक्सप्रेस : 09997667313

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