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मार्च, 2017 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

अखिलेश की डायल 100 बदहाल या बदनाम..??

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एस०शाहिद अली, उसहैत जनमत । अखिलेश सरकार द्वारा पुलिस प्रशासन को सक्रिय और मजबूत करने को डायल 100 के रूप में उठाया गया एक कदम उस समय काफी हद तक कामयाब रहा था । लेकिन अब प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होते ही डायल 100 पर लापरवाही के कई आरोप लग चुके हैं । थाना उसहैत क्षेत्र में कुछ दिनों पहले एक डायल 100 स्टाफविहीन पाई गई जिसको लेकर पुलिस की काफी फजीहत हुई । अब कुछ दिनों से लखनऊ कंट्रोल रूप में पीडितों के फोन न रिसीव करने के मामले प्रकाश में आ रहे हैं । बता दें कल थाना क्षेत्र के गांव चिरानी में आपसी झगडा हुआ था उसमें कई लोग गम्भीर रूप से घायल भी हुए पीडित पक्ष ने 100 नम्बर को डायल किया लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ । इससे पूर्व 28 मार्च को नगर के वार्ड नम्बर 10 में रात्रि 8:30 पर झगडा हुआ उस समय भी डायल 100 को याद किया गया लेकिन कंट्रोल रूम द्वारा फोन रिसीव नहीं किया । इतना ही नहीं यही आरोप कई गांव के लोगों ने लगाया है कि फोन करने पर घंटी बजती रहती है मगर फोन रिसीव नहीं होता । अब सवाल उठता है कि अखिलेश की डायल 100 बदहाल हो चुकी है या उसे बदनाम करने की कोशिश की जा रही है । कारण चाहे कोई भी हो

सहसवान में हुआ आल इंडिया मुशायरा

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सहसवान जनमत। बदायूँ के कस्बा सहसवान के वरटेक्स ऐंग्लो हेरिटेज कान्वेंट स्कूल के वार्षिकोत्सव में आल इंडिया मुशायरा का आयोजन किया गया जिसमें दूर दराज़ से आये नामचीन शायरों ने अपने कलाम से श्रोताओं को सुबह 5 बजे तक वाह वाह करने पे मजबूर कर दिया । मुशायरा की सदारत चैयरमैन हाजी नूरुद्दीन ने व निज़ामत युवा शायर हिलाल बदायूँनी ने की । मुशायरा में राजनीति के क्षेत्र में हाजी नूरुद्दीन को व साहित्य के क्षेत्र में कुंवर जावेद को सम्मानित किया गया । मुशायरा के अंत में चैयरमैन नूरुद्दीन ने अपने कार्यकाल में भी एक भव्य मुशायरा कराने का वादा उपस्थित जनता से  किया । रात दस बजे वरटेक्स ऐंगलो हेरिटेज के प्रांगण में  वार्षिकोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित आल इंडिया मुशायरा में जामिया मिलिया से रेहान खान सूरी , सीओ बिसौली कृष्कान्त सरोज , चैयरमैन नूरुद्दीन , आरिफ सैदपुरी आदि सभी मेहमानों ने संयुक्त रूप से शमा रौशन की । मुशायरा का आगाज़ मशहूर क़व्वाल आरिफ सैदपुरी ने नात शरीफ से किया जिसके बाद संचालक हिलाल बदायूँनी ने एक के बाद एक शायर को पेश करके मुशायरा की कार्यवाही अंजाम दी । मालेगाव से आये अल्ताफ ज़िया न

सत्ता तो बदली पर नहीं सुधरी व्यवस्था /उसहैत जनमत

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एस०शाहिद अली ! उत्तर प्रदेश की जनता ने तमाम कुकर्मों और सामाजिक दंश से त्रस्त होकर एक लम्बे अर्से बाद किसी राष्ट्रीय पार्टी को सत्ता की मकान सौंपी है । शायद बहुत उम्मीद और आस के साथ जनता ने यह अहम कदम उठाया है । प्रदेश भर की प्रत्येक विधानसभा की अगर समीक्षा कराई जाए तो हर आम आदमी सत्ता परिवर्तन के बाद व्यवस्था परिवर्तन चाहता है । लेकिन भारतीय जनता पार्टी को सत्ता में आए इतने दिन बीत जाने के बाद भी व्यवस्था जयों की त्यों ही है । जनपद बदायूं की 117 दातागंज विधानसभा की बात की जाये तो यही सब देखने और सुनने को मिलता है । विधानसभा का कस्बा उसहैत जहाँ सट्टा, शराब, जुआ और अवैध खनन जैसी जनसमस्याएँ सत्ता के लिए बदलाव की अहम जरूरत रखती है । यहाँ सत्ता परिवर्तन के बाद पहले थानाधयक्ष के रूप में जयपाल सिंह को नियुक्त किया गया है, लेकिन नियुक्ति के चार दिन बीत जाने के बाद भी रतती भर बदलाव नजर नहीं आ रहा है । वहीं नगरवासियों की प्रमुख मांग भी सट्टा, शराब, जुआ और अवैध खनन को बंद कराने की है ।

फर्जी सम्मान पाकर गदगद हुए चेयरमैन नूरउद्दीन

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बदायूँ जनमत । जनपद की नगर पालिका परिषद सहसवान के चेयरमैन हाजी नूरउद्दीन बीती रात एक स्कूल द्वारा फर्जी सम्मान पाकर गदगद दिखाई दिए । बीती रात सहसवान के मोहल्ला शहबाजपुर में एक इंग्लिश मीडियम स्कूल के वार्षिकोत्सव के उपलक्ष्य में कवि सम्मेलन और मुशायरे का आयोजन किया गया था । वार्षिकोत्सव के चलते स्कूल के द्वारा दो लोगों को "सहसवान रत्न" से नवाजा गया । पहला पुरस्कार साहित्य के क्षेत्र में सहसवान का नाम रौशन करने बाले शायर कुँवर जावेद को मिला वो तो समझ में आता है लेकिन दूसरा पुरस्कार नगर पालिकाध्यक्ष हाजी नूरउद्दीन को न जाने किस क्षेत्र में उपलब्धि पाने के उपलक्ष्य में दिया गया..?? यहाँ बता दें कि चेयरमैन हाजी नूरउद्दीन पर एक डकैती का मामला भी विचाराधीन है । स्थानीय लोगों का कहना है कि चेयरमैन की ताजपोशी जीहुजूरी के चलते की गई है, जो कि गलत है । वहीं कुछ लोगों का यह भी अहतराज है कि एक स्कूल प्रशासन किसी भी जनप्रतिनिधि को किस आधार से सहसवान रत्न दे सकता है..???

सैय्यद इब्ने अली स्कूल में स्वास्थ्य कैम्प का आयोजन

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उसहैत जनमत । सैय्यद एजुकेशन एण्ड वेलफेयर सोसाइटी द्वारा नगर के सैय्यद इब्ने अली पब्लिक स्कूल में आज स्वास्थ्य कैम्प का आयोजन किया गया । सोसाइटी द्वारा समय समय पर छात्र छात्राओं का निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाता है । जिसके चलते आज नगर के मस्जिद नगला रोड स्थित सैय्यद इब्ने अली पब्लिक स्कूल में सैकड़ों छात्र छात्राओं का निशुल्क स्वस्थ्य परीक्षण कराया गया । स्वास्थ परीक्षण नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सा प्रभारी जितेंद्र सिंह राठौर के नेतृत्व में फॉरमासिस्ट मुजम्मिल हुसैन ने किया । इस मौके पर स्कूल के प्रबन्धक सैय्यद शाहिद अली, सोसाइटी की अध्यक्षा निगार फात्मां, सैय्यद अच्छन अली, हाफिज सैय्यद जुबैर अली, नुसरत बी, जाकिर खांन, अहमद रजा आदि लोग मौजूद रहे ।

उसहैत सालाना जलसे में इल्म और ईमान की मजबूती पर जोर

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इल्म और ईमान मुसलमान की अहम जरूर : दिलशाद कलियरी उसहैत (बदायूँ) । सैय्यद वेलफेयर सोसाइटी द्वारा इस साल भी छोटे इमामबाडे पर चौक बाले सैय्यद साहब के आस्ताने पर एक रोजा अजीमोशान जलसे का इन्काद किया गया ।  जलसे का आगाज अल्लाह की पाक किताब कुरआने मजीद की तिलाबत से हाफिज मुजफ्फर कादर ने किया । इसके बाद नातो मनकबत का दौर चला ।  हाफिज सैय्यद जुबैर अली ने पढा -  चाँद टुकडे हुआ डूबा सूरज उगा पेड चलने लगा देखते देखते, अबूजहल के हाथ में कंकडों ने भी कलमा पढा देखते देखते । इसहाक शाह ने पढा -  मुकद्दर का सितारा इस कदर चमका नहीं होता, हलीमा ने अगर सरकार को पाला नहीं होता । हाफिज दिलशाद सकलैनी ने पढा -  जुल्फें सरकार से जब चेहरा निकलता होगा, फिर भला कोई कैसे चाँद को तकता होगा ।  शायरे इस्लाम हाफिज अब्दुल कादिर मुरादाबादी ने पढा - ये बीमार दिल अब दिखाना पडेगा, मुझे अब मदीने को जाना पडेगा । मौलाना नूर मुहम्मद अपनी तकरीर से इल्म सीखने की हिदायत दी । उन्होंने कहा कि इस धोका परस्त और मतलबी जमाने से सिर्फ इल्म ही आपकी हिफाजत कर सकता है । वहीं कलियर शरीफ (उत्तराखंड) से आए मौ

उसहैत दर्सगाह इस्लामियाँ में "ब्याज" पर विचार गोष्ठी

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उसहैत जनमत । नगर के तकिया बाले दर्सगाह इस्लामियाँ स्कूल में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया । जिसका शीर्षक ब्याज सहित अर्थव्यवस्था और ब्याज रहित अर्थव्यवस्था रहा । गोष्ठी की अध्यक्षता मेरठ से आए डाक्टर मसूद आलम ने की और मुख्य अतिथि अनस फलाही रहे । गोष्ठी के आगाज से पहले कुरआन और नबी करीम सल्ल० पर रोशनी डाली गई । इसके बाद श्रीकृष्ण दिवाकर, डाक्टर आरडी राजपूत और सैय्यद शाहिद अली पत्रकार ने ब्याज सहित अर्थव्यवस्था व ब्याज रहित अर्थव्यवस्था पर अपने अपने विचार पेश किये । वहीं मुख्य अतिथि अनस फलाही ने कहा कि कुरआन ही एक मात्र ऐसी इलाही किताब है जिसमें सारी दुनिया में एक नुकते तक का फर्क नहीं है । उन्होंने कहा कुरआन को समझ और जानने से पहले नबी करीम सल्ल० की सीरत को समझना होगा । गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे डाक्टर ससूद आलम ने ब्याज सहित अर्थव्यवस्था से देश में हो रहे नुकसान से अवगत कराया । गोष्ठी का संचालन मास्टर मुशाहिद मियाँ ने किया । गोष्ठी में सतीश चंद्र गुप्ता, मणिकांत गुप्ता, विष्णु भारद्वाज, शमसुल हसन, नाजिम अब्बासी, हसरत फारूकी अफजाल शाह आदि लोग मौजूद रहे ।