सत्ता तो बदली पर नहीं सुधरी व्यवस्था /उसहैत जनमत
एस०शाहिद अली ! उत्तर प्रदेश की जनता ने तमाम कुकर्मों और सामाजिक दंश से त्रस्त होकर एक लम्बे अर्से बाद किसी राष्ट्रीय पार्टी को सत्ता की मकान सौंपी है । शायद बहुत उम्मीद और आस के साथ जनता ने यह अहम कदम उठाया है ।
प्रदेश भर की प्रत्येक विधानसभा की अगर समीक्षा कराई जाए तो हर आम आदमी सत्ता परिवर्तन के बाद व्यवस्था परिवर्तन चाहता है । लेकिन भारतीय जनता पार्टी को सत्ता में आए इतने दिन बीत जाने के बाद भी व्यवस्था जयों की त्यों ही है ।
जनपद बदायूं की 117 दातागंज विधानसभा की बात की जाये तो यही सब देखने और सुनने को मिलता है । विधानसभा का कस्बा उसहैत जहाँ सट्टा, शराब, जुआ और अवैध खनन जैसी जनसमस्याएँ सत्ता के लिए बदलाव की अहम जरूरत रखती है । यहाँ सत्ता परिवर्तन के बाद पहले थानाधयक्ष के रूप में जयपाल सिंह को नियुक्त किया गया है, लेकिन नियुक्ति के चार दिन बीत जाने के बाद भी रतती भर बदलाव नजर नहीं आ रहा है । वहीं नगरवासियों की प्रमुख मांग भी सट्टा, शराब, जुआ और अवैध खनन को बंद कराने की है ।
प्रदेश भर की प्रत्येक विधानसभा की अगर समीक्षा कराई जाए तो हर आम आदमी सत्ता परिवर्तन के बाद व्यवस्था परिवर्तन चाहता है । लेकिन भारतीय जनता पार्टी को सत्ता में आए इतने दिन बीत जाने के बाद भी व्यवस्था जयों की त्यों ही है ।
जनपद बदायूं की 117 दातागंज विधानसभा की बात की जाये तो यही सब देखने और सुनने को मिलता है । विधानसभा का कस्बा उसहैत जहाँ सट्टा, शराब, जुआ और अवैध खनन जैसी जनसमस्याएँ सत्ता के लिए बदलाव की अहम जरूरत रखती है । यहाँ सत्ता परिवर्तन के बाद पहले थानाधयक्ष के रूप में जयपाल सिंह को नियुक्त किया गया है, लेकिन नियुक्ति के चार दिन बीत जाने के बाद भी रतती भर बदलाव नजर नहीं आ रहा है । वहीं नगरवासियों की प्रमुख मांग भी सट्टा, शराब, जुआ और अवैध खनन को बंद कराने की है ।
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