भ्रष्टाचार में लिप्त तहसील प्रशासन ने गल्लाभरी ट्रालियों को पकड़कर छोडा
उसहैत जनमत । भाजपा सरकार के रामराज, योगी राज सतयुग जैसे जुमलों पर दातागंज तहसील प्रशासन ने उस समय पानी फेर दिया जब गल्ले से भरी तीन ट्रालियों को पकडकर छोड दिया गया । तहसील प्रशासन के इस कारनामें से भाजपा सरकार की निष्पक्ष कार्यशैली पर तो सवालिया निशान लग ही रहे हैं साथ ही तहसील प्रशासन की भी जमकर फजीहत हो रही है ।
मामला मंगलवार की रात करीब दो बजे का है जब दातागंज एसडीएम रणविजय सिंह को मुखबिर द्वारा कोटे का गल्ला क्रेय केन्द्र पर बेचे जाने की सूचना दी गई थी । हालांकि एसडीएम ने तत्काल मौके पर पहुँचकर उसहैत से दो किलोमीटर दूर म्याऊं रोड पर तीन अवैध गल्ले से भरी ओवरलोड ट्रालियों को रंगे हाथों पकड लिया था । एसडीएम द्वारा रात में ही तीनों ट्रालियों को थाना उसहैत में खडा किया गया और मामले की जांच पूर्ति निरीक्षक संजय चौधरी को सौंपी गई थी । पूर्ति निरीक्षक ने मामले की जांच इतनी जबरदस्त और तेजगति से की कि अगली ही रात करीब 8 बजे तीनों ट्रालियों को हरीझण्डी दिखा दी गई । मामले का पटाक्षेप कर दिया गया । उधर थाना पुलिस का कहना है कि तहसील प्रशासन ने केवल थाना परिसर में लाकर तीन ट्रालियों को खडा किया था, लेकिन न तो लिखित रूप से सुपुर्दगी दी गई और न ही सूचना । वहीं जनमत एक्सप्रेस द्वारा उक्त मामले में खानापूर्ती होते देख बुधवार की रात 7:20 पर एसडीएम का सीयूजी नम्बर लगाया गया मगर एसडीएम रणविजय द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया । भाजपा सरकार में दातागंज तहसील प्रशासन की यह कार्यशैली जनता के गले नहीं उतर रही है ।
मामला मंगलवार की रात करीब दो बजे का है जब दातागंज एसडीएम रणविजय सिंह को मुखबिर द्वारा कोटे का गल्ला क्रेय केन्द्र पर बेचे जाने की सूचना दी गई थी । हालांकि एसडीएम ने तत्काल मौके पर पहुँचकर उसहैत से दो किलोमीटर दूर म्याऊं रोड पर तीन अवैध गल्ले से भरी ओवरलोड ट्रालियों को रंगे हाथों पकड लिया था । एसडीएम द्वारा रात में ही तीनों ट्रालियों को थाना उसहैत में खडा किया गया और मामले की जांच पूर्ति निरीक्षक संजय चौधरी को सौंपी गई थी । पूर्ति निरीक्षक ने मामले की जांच इतनी जबरदस्त और तेजगति से की कि अगली ही रात करीब 8 बजे तीनों ट्रालियों को हरीझण्डी दिखा दी गई । मामले का पटाक्षेप कर दिया गया । उधर थाना पुलिस का कहना है कि तहसील प्रशासन ने केवल थाना परिसर में लाकर तीन ट्रालियों को खडा किया था, लेकिन न तो लिखित रूप से सुपुर्दगी दी गई और न ही सूचना । वहीं जनमत एक्सप्रेस द्वारा उक्त मामले में खानापूर्ती होते देख बुधवार की रात 7:20 पर एसडीएम का सीयूजी नम्बर लगाया गया मगर एसडीएम रणविजय द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया । भाजपा सरकार में दातागंज तहसील प्रशासन की यह कार्यशैली जनता के गले नहीं उतर रही है ।
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