अली फरशोरी ने श्रीश्री रविशंकर को दिया दो टूक जवाब
जनमत एक्सप्रेस न्यूज (बदायूँ) । श्रीश्री रविशंकर जी बोखलाहट में आपने जो बयान दिया है उस बयान की हम कड़ी मज़्ज़मत करते है, और आपको समझाने के लिए बस इतना ही कहना काफी होगा कि ~
सभी का खून है शामिल यहाँ की मिट्टी में
किसी के बाप का हिन्दुस्तान थोड़ी है ।।
जिस तरह सीरया खून में नहाया हुआ है आपने भारत की गंगा जमनी तहज़ीब को भी उसी का रूप देने के चेतावनी दे डाली है । इस बयान को सुनने के बाद में हम बस यह कहना चाहते हैं कि हमें क्यों डराया और धमकाया जा रहा है ? हमको क्यों लड़ाया जा रह है ? हमारा भी खून शामिल है यहाँ की मिट्टी में, हम भी शहीद हुए है मादरे वतन के लिए, हम गये नहीं, हम डरे नहीं, हम छुपे नहीं, और स्पष्ट करूं तो आप शांतिदूत नहीं नफरत के दूत हैं, क्योंकि आपकी बातें समाज को तोड़ने का काम कर रही हैं ।
हमें भरोसा है अपने देश के संविधान पर और इसकी अदालतों के फैसलों पर हमें यकींन भी है । बाबरी मस्जिद को लेकर अदालत का फैसला जो लोग न मानने की बात कह रहे है बेशक वो निंदनीय है । लेकिन मियाँ हमने बड़े ज़ुल्मी हकीमों के भी दौर देखे है । किसी कौम को काटने और मारने से उसे ख़त्म नहीं किया जा सकता । नाही मज़हबे इस्लाम मिट सकता है और नाही कलमा पड़ने बाले मिट सकते हैं ।
अंत में मैं अदना सा इंसान आपसे फिर यही कहना चाहूंगा कि इस्लाम की फितरत में कुदरत ने लचक दी है,
न जाने कितने इंक़लाब देखे है हमने, हमें न डराया जाये ।
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