दरगाह आला हजरत पहुचे रविशंकर मौलाना तौकीर ने गले लगाया, ताजुश्शरिया ने किया मायूस
बरेली जनमत । बाबरी मस्जिद और राम मंदिर के विवाद को लेकर बीच का हल निकालने की तरफदारी करने बाले श्रीश्री रविशंकर आज बरेली स्थित दरगाह आला भी पहुँचे ।
दरगाह आला पहुँचकर पहले तो उन्होंने आला हजरत इमाम आला हजरत की मज़ार पर चादर चढ़ाई इसके बाद आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा से मुलाकात की । वहीं लोगों ने रविशंकर का फूलमालाओं से स्वागत किया ।
मौलाना तौकीर रजा खां ने भी श्रीश्री से गले मिलकर उनका स्वागत किया । आईएमसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉक्टर नफीस ने जनमत एक्सप्रेस को बताया कि राम मंदिर और बाबरी मस्जिद मामले को लेकर भी चर्चा की गई लेकिन बीच का हल तो केवल दोनों पक्षों के पक्षकार ही निकाल सकते हैं ।
इसके बाद रविशंकर ने सोमवार को दिये अपने विवादित बयान का भी खण्डन किया और कहा कि देश में सीरिया जैसे हालात होना मैं सपने में भी नहीं सोंच सकता । मेरे बयान को मीडिया ने तोड़ मरोड़ कर पेश किया है ।
दरगाह आला हजरत पर ही रविशंकर हुजूर ताजुश्शरिया मुफ्ती अखतर रज़ा खां से भी मुलाकात करना चाहते थे लेकिन बताया जा रहा है कि विवादित बयान को लेकर हुजूर ताजुश्शरिया रविशंकर से नहीं मिले ।
जब ताजुश्शरिया ने किया मायूस
बरेली शहर के सीबीगंज मथुरापुर स्थित मदरसे में हुजूर ताजुश्शरिया मुफ्ती अखतर रज़ा खां से मिलने पहुँचे श्रीश्री रविशंकर को मायूस ही वापस लौटना पड़ा । क्योंकि मदरसे के गेटमैन ने गेट ही नहीं खोला । गेटमैन से जब गेट खोलने को कहा तो उसने साफ मना कर दिया उसने कहा मेरे पास गेट खोलने का कोई आदेश नहीं है और न ही मुझे इसकी जानकारी मिली है । जब गेटमैन ने गेट नहीं खोला तो श्रीश्री गाड़ी में बैठकर अलखनाथ के रवाना हो गये ।
दरगाह आला पहुँचकर पहले तो उन्होंने आला हजरत इमाम आला हजरत की मज़ार पर चादर चढ़ाई इसके बाद आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा से मुलाकात की । वहीं लोगों ने रविशंकर का फूलमालाओं से स्वागत किया ।
मौलाना तौकीर रजा खां ने भी श्रीश्री से गले मिलकर उनका स्वागत किया । आईएमसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉक्टर नफीस ने जनमत एक्सप्रेस को बताया कि राम मंदिर और बाबरी मस्जिद मामले को लेकर भी चर्चा की गई लेकिन बीच का हल तो केवल दोनों पक्षों के पक्षकार ही निकाल सकते हैं ।
इसके बाद रविशंकर ने सोमवार को दिये अपने विवादित बयान का भी खण्डन किया और कहा कि देश में सीरिया जैसे हालात होना मैं सपने में भी नहीं सोंच सकता । मेरे बयान को मीडिया ने तोड़ मरोड़ कर पेश किया है ।
दरगाह आला हजरत पर ही रविशंकर हुजूर ताजुश्शरिया मुफ्ती अखतर रज़ा खां से भी मुलाकात करना चाहते थे लेकिन बताया जा रहा है कि विवादित बयान को लेकर हुजूर ताजुश्शरिया रविशंकर से नहीं मिले ।
जब ताजुश्शरिया ने किया मायूस
बरेली शहर के सीबीगंज मथुरापुर स्थित मदरसे में हुजूर ताजुश्शरिया मुफ्ती अखतर रज़ा खां से मिलने पहुँचे श्रीश्री रविशंकर को मायूस ही वापस लौटना पड़ा । क्योंकि मदरसे के गेटमैन ने गेट ही नहीं खोला । गेटमैन से जब गेट खोलने को कहा तो उसने साफ मना कर दिया उसने कहा मेरे पास गेट खोलने का कोई आदेश नहीं है और न ही मुझे इसकी जानकारी मिली है । जब गेटमैन ने गेट नहीं खोला तो श्रीश्री गाड़ी में बैठकर अलखनाथ के रवाना हो गये ।
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