छेड़ो ना मुझे लोगों मैं सुल्तान का दीवाना हूं, बड़े सरकार पर सजी महफिल
बदायूँ जनमत । सूफियों की बस्ती कहा जाने वाला शहर बदायूँ जहाँ यमन के दो शहज़ादों ने आकर लोगों को अमन और शांति से रहना सिखाया व दीन की शम्मा को जलाकर मुसलमानों के दिलों को पुरनूर कर दिया । इसके साद लोगों के दुखों को दूर करने का काम भी किया, वो दो शहज़ादे जिन्हें दुनिया छोटे बड़े सरकार के नाम से जानती हैं ।
हज़रत सुल्तान आरफीन बड़े सरकार की दरगाह पर जश्ने छोटे बड़े सरकार मनाया गया जिसमें पूर्व मंत्री व सदर विधायक आबिद रजा मौजूद रहे । पूरा जश्न पीरज़ादा कमेटी की सरपरस्ती में संपन्न हुआ । जश्न का संचालन और संयोजन जुनैद सुल्तानी ने किया । इस जश्न में पूरे हिंदुस्तान के मशहूर कव्वाल शामिल हुए खासतौर से मुंबई से आए अदनान साबरी, अलीगढ़ से तशरीफ़ लाए हबीब पेंटर के नाती गुलाम हबीब, इमरान साबरी आगरा आदि ने अपना अपना कलाम पेश किया । महफिले समा में हजारों ज़ायरीन मौजूद रहे ।
पूर्व मंत्री आबिद रज़ा ने कार्यक्रम आयोजक जुनैद सुल्तानी को दरगाह की चादर देकर मुबारकबाद दी । इस मौके पर शारिक पीर जी, जावेद पीर जी, बिलाल पीर जी, निशात पीर जी, इनाम पीर जी, शबलू मियां,चांद मिया, अजमेरी, अली अल्वी, रिफाक़त हुसैन, तारिक सुल्तानी, रेहान सुल्तानी आदि मौजूद रहे । कार्यक्रम का संचालन आमिर सुल्तानी ने किया ।
हज़रत सुल्तान आरफीन बड़े सरकार की दरगाह पर जश्ने छोटे बड़े सरकार मनाया गया जिसमें पूर्व मंत्री व सदर विधायक आबिद रजा मौजूद रहे । पूरा जश्न पीरज़ादा कमेटी की सरपरस्ती में संपन्न हुआ । जश्न का संचालन और संयोजन जुनैद सुल्तानी ने किया । इस जश्न में पूरे हिंदुस्तान के मशहूर कव्वाल शामिल हुए खासतौर से मुंबई से आए अदनान साबरी, अलीगढ़ से तशरीफ़ लाए हबीब पेंटर के नाती गुलाम हबीब, इमरान साबरी आगरा आदि ने अपना अपना कलाम पेश किया । महफिले समा में हजारों ज़ायरीन मौजूद रहे ।
पूर्व मंत्री आबिद रज़ा ने कार्यक्रम आयोजक जुनैद सुल्तानी को दरगाह की चादर देकर मुबारकबाद दी । इस मौके पर शारिक पीर जी, जावेद पीर जी, बिलाल पीर जी, निशात पीर जी, इनाम पीर जी, शबलू मियां,चांद मिया, अजमेरी, अली अल्वी, रिफाक़त हुसैन, तारिक सुल्तानी, रेहान सुल्तानी आदि मौजूद रहे । कार्यक्रम का संचालन आमिर सुल्तानी ने किया ।
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