पुलिस की लापरवाही से गैंगरेप पीड़िता ने की आत्महत्या, घटनास्थल पर पहुँचे आईजी
बदायूँ जनमत । जिले के थाना मूसाझाग इलाके की नाबालिग रेप पीड़िता ने पहले तो पुलिस की लापरवाही के चलते आत्महत्या कर ली, फिर पीड़िता के आत्महत्या कर लेने से पुलिस प्रशासन में हड़कम्प मच गया । आत्महत्या की सूचना पर पहले तो एसपी सिटी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव व सीओ उझानी भूषण वर्मा थाना पुलिस को लेकर मौके पर पहुँचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है । इसके बाद पुलिस की फजीहत होते देख आईजी डीके ठाकुर भी घटनास्थल पर पहुँचे । उन्हें पीड़ित परिवार से घटना की पूरी जानकारी ली, उधर एसएसपी अशोक कुमार भी अब दावा कर रहे हैं कि कोई भी आरोपी बख्शा नहीं जायेगा ।
ज्ञात हो कि थाना मूसाझाग के एक गांव में मां बेटी ने तीन युवको पर घर मे घुस कर पीड़िता की मां को तमंचे के बल पर बंधक बनाकर पीड़िता का अपहरण कर गैंगरेप करने का आरोप लगाया था। पीड़ित पक्ष का कहना था कि गैंगरेप की वारदात को अंजाम देकर आरोपी पीड़िता को बेहोशी की हालत में गांव के एक स्कूल में छोड़कर फरार हो गए थे ।
ज्ञात हो कि थाना मूसाझाग के एक गांव में मां बेटी ने तीन युवको पर घर मे घुस कर पीड़िता की मां को तमंचे के बल पर बंधक बनाकर पीड़िता का अपहरण कर गैंगरेप करने का आरोप लगाया था। पीड़ित पक्ष का कहना था कि गैंगरेप की वारदात को अंजाम देकर आरोपी पीड़िता को बेहोशी की हालत में गांव के एक स्कूल में छोड़कर फरार हो गए थे ।
उनका कहना था कि गांव निवासी लंकुश उर्फ लव नाम के युवक ने अपने दो साथियों के साथ घर मे घुसकर पहले पीड़िता की मां को तमंचे के बल पर बंधक बनाया और पीड़िता के मुहं में कपड़ा ठूंस कर उठा ले गए । गांव के ही एक स्कूल में ले जाकर गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया । गैंगरेप के बाद तीनों आरोपी पीड़िता को बेहोशी की हालत में स्कूल में छोड़कर फरार हो गए। पीड़िता ने लव नाम के आरोपी की पहचान कर ली थी । पीड़िता के परिजनों की तहरीर पर लव व दो अज्ञात पर गैंगरेप रेप का मामला दर्ज कर लिया गया था । जिसमे पुलिस ने मुख्य आरोपी लंकुश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था और अन्य दो लोगो की तलाश की जा रही थी कि आज रेप पीड़िता द्वारा आत्महत्या कर लेने से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया । सूचना मिलते ही एसपी सिटी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव व सीओ भूषण वर्मा थाना पुलिस के साथ मौके पर पहुँच गए और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया ।
उधर पीड़िता के भाई का कहना है कि दूसरे पक्ष के लोग फैसले का दबाब बना रहे थे और फैसला न करने पर जान से मरवाने की धमकी भी दे रहे थे, जिस वजह से उसकी बहन ने बदनामी हो जाने की वजह से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली । परिजन भी पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं ।
गैंगरेप पीड़िता के घर पर मौजूद आईजी डीके ठाकुर, एसएसपी अशोक कुमार व अन्य : जनमत एक्सप्रेस ।
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