यातायात सप्ताह में भाजपा की बिना हैलमेट कमल संदेश बाइक रैली, एक कार्यकर्ता की मौत
बदायूँ जनमत । कल शनिवार को शहर में भाजपा की कमल संदेश बाइक रैली निकाली गई, जो कि जिला प्रशासन और भाजपा की चूक के चलते सरकार के लिए अपशगुन साबित हुई । हालांकि इसमें जिलेभर से हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने पहुँचकर रैली में भाग लिया । रैली में जिलेभर के मुस्लिम कार्यकर्ता भी खासी संख्या में मौजूद थे, यह देखकर विपक्ष को सर्दी में पसीने का अहसास भी जरूर हुआ होगा ।
इन तमाम बातों के बीच भाजपा की कमल संदेश बाइक रैली में प्रशासन की भारी चूक देखने को मिली । जिसके कारण रैली में आये एक बाइक सवार कार्यकर्ता की मौत भी हो गई ।
आपको बता दें इस माह (नबंवर) में यातायात सप्ताह चल रहा है । जिसके चलते जिले के नोडल अधिकारी सीओ उझानी भूषण वर्मा हैं । यातायात सप्ताह के दौरान जिलेभर में वाहनों की सख्ती से चैकिंग की जा रही है और बगैर हैलमेट के बाइक चलाने बालों को तो किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा रहा । इसके बावजूद भाजपा की कमल संदेश बाइक रैली में पहुँचे हजारों कार्यकर्ता सत्ता की हनक दिखाते हुए बिना हैलमेट के बाइक दौड़ते दिखे । अफसोस तो इस पर है कि बाइक रैली की सुरक्षा में जिले के कई बड़े अफसर भी मौजूद रहे लेकिन किसी भी अफसर ने हैलमेट पर और तीन सवारियों पर कोई ध्यान नहीं दिया । कुछ कार्यकर्ता तो बाइक रैली के दौरान बाइकों पर खड़े होकर नारे लगाते और स्टंट्स करते भी देखे गए ।
यातायात सप्ताह के दौरान प्रशासन इतनी बड़ी चूक कर सकता है यह जक बड़ा सवाल बना हुआ है । यह सवाल तब और अधिक मजबूती से खड़ा दिखाई दिया जब रैली में आए बिल्सी विधानसभा के अंबियापुर सेक्टर से वैरमई बुजुर्ग बूथ उपाध्यक्ष नत्थू लाल शाक्य (52) की सतेती चोराहे पर एक बस की टक्कर से मौत हो गई । दुर्घटना में घायल नत्थूलाल शाक्य को जिला अस्पताल लाया गया जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया । नत्थूलाल की मौत पर विपक्ष का कहना है कि यह प्रशासन और भाजपा सरकारी की चूक का नतीजा तो है ही साथ ही यह भाजपा के लिए बहुत बड़ा अपशगुन भी है ।
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