चार साल की आफीफा नूरी ने चार माह तीन दिन में मुकम्मल किया कुरान का नाजरा
पूरनपुर पीलीभीत जनमत । मोहल्ला साहूकारा लानपार अशरफ नगर वार्ड न0 16 में जश्ने कुरान का आयोजन किया गया । अल्लाह की पाक किताब कुरान की तिलावत के साथ अफीफा नूरी ने जश्न का आग़ाज़ किया ।
चान्द मोहम्मद कादरी की चार साल की बेटी अफीफा नूरी अन्सारी ने महज चार माह तीन दिन मे कुरान का नाजरा मुकम्मल कर लिया । अफीफा नूरी की इस कामयाबी से अहले खाना में खुशी का माहौल है, अफीफा नूरी के पिता चाँद मोहम्मद कादरी ने बताया कि अफीफा नूरी ने बड़ी महनत करके कुरान पढा है । उन्होंने बताया कि मुहम्मद सल्लल्लाहो अलैहीवसल्लम ने फरमाया कि अपने बच्चों को तीन चीजों का ज्ञान सिखाओ, पैगम्बरे इस्लाम से मोहब्बत करना, अहले बैत से मोहब्बत करना और कुरान पढना ।
वहीं मुफ्ती नूर मोहम्मद हसनी कादरी ने बताया कि कुरान अल्लाह का मुकद्दस कलाम है, इसी फिक्र के तहत अफीफा नूरी की वालिदा (माता) आलिमा फाजिला रिफअत जुलैखा ने शीरख्वारी के दिनों ही से अफीफा नूरी की तालीम व तरबियत शुरू करदी थी । मुफ्ती नूर मोहम्मद हसनी कादरी ने कहा कि माँ बाप को चाहिये कि वो अपने बच्चों को कुरान की तालीम दे और अच्छे संस्कार सिखाऐ ।
मुफ्ती साजिद हसनी कादरी ने बताया कि जिस घर मे अच्छी तालीम और नेक माँ बाप हों वो घर तहज़ीब और इंसानियत कि यूनिवर्सिटी से कम नही । मुफ्ती साजिद हसनी ने बताया कि औरतें और लड़कियां किसी की सल्तनत नहीं बल्कि वह इस्लाम की रानियां और शहजादिया होती हैं । क्योंकि कुरान लोगों के लिए हिरायद है इसलिए मुसलमानों को चाहए की वह बच्चों को कुरान की तालीम के साथ साथ दुनियावी तालीम पर ध्यान दें ।
जश्न के आखिर में मुल्क व कौम के लिए अमनो शांति की दुआ की गई । इस मौके पर जीशान हसनी, मोहम्मद मियां कादरी, चाद मोहम्मद कादरी, शाहिद रजा, इरशाद अन्सारी, जाने आलम अशरफी आदि लोग मौजूद रहे ।
चान्द मोहम्मद कादरी की चार साल की बेटी अफीफा नूरी अन्सारी ने महज चार माह तीन दिन मे कुरान का नाजरा मुकम्मल कर लिया । अफीफा नूरी की इस कामयाबी से अहले खाना में खुशी का माहौल है, अफीफा नूरी के पिता चाँद मोहम्मद कादरी ने बताया कि अफीफा नूरी ने बड़ी महनत करके कुरान पढा है । उन्होंने बताया कि मुहम्मद सल्लल्लाहो अलैहीवसल्लम ने फरमाया कि अपने बच्चों को तीन चीजों का ज्ञान सिखाओ, पैगम्बरे इस्लाम से मोहब्बत करना, अहले बैत से मोहब्बत करना और कुरान पढना ।
वहीं मुफ्ती नूर मोहम्मद हसनी कादरी ने बताया कि कुरान अल्लाह का मुकद्दस कलाम है, इसी फिक्र के तहत अफीफा नूरी की वालिदा (माता) आलिमा फाजिला रिफअत जुलैखा ने शीरख्वारी के दिनों ही से अफीफा नूरी की तालीम व तरबियत शुरू करदी थी । मुफ्ती नूर मोहम्मद हसनी कादरी ने कहा कि माँ बाप को चाहिये कि वो अपने बच्चों को कुरान की तालीम दे और अच्छे संस्कार सिखाऐ ।
मुफ्ती साजिद हसनी कादरी ने बताया कि जिस घर मे अच्छी तालीम और नेक माँ बाप हों वो घर तहज़ीब और इंसानियत कि यूनिवर्सिटी से कम नही । मुफ्ती साजिद हसनी ने बताया कि औरतें और लड़कियां किसी की सल्तनत नहीं बल्कि वह इस्लाम की रानियां और शहजादिया होती हैं । क्योंकि कुरान लोगों के लिए हिरायद है इसलिए मुसलमानों को चाहए की वह बच्चों को कुरान की तालीम के साथ साथ दुनियावी तालीम पर ध्यान दें ।
जश्न के आखिर में मुल्क व कौम के लिए अमनो शांति की दुआ की गई । इस मौके पर जीशान हसनी, मोहम्मद मियां कादरी, चाद मोहम्मद कादरी, शाहिद रजा, इरशाद अन्सारी, जाने आलम अशरफी आदि लोग मौजूद रहे ।
जश्ने कुरान में कलाम पेश करती हुईं अफीफा नूरी : जनमत एक्सप्रेस । 9997667313 |
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