फर्जी आधार कार्ड बनाते दो पकड़े चुनाव में फर्जीवाड़ा कराने का आशंका, पुलिस पर आर्थिक समझौते का आरोप

बदायूँ जनमत । थाना अलापुर क्षेत्र के म्याऊँ में एक दुकान के अन्दर आधार कार्ड बनाने की मशील लगाकर एक युवक ग्रामीणों के आधार कार्ड बना रहा था किसी ग्रामीण ने उपजिलाधिकारी दातागंज को इसकी सूचना दी  । उपजिलाधिकारी ने थाना अलापुर प्रभारी को सूचना दी थाना प्रभारी ने तत्काल म्याऊँ मौके पर पहुँचकर किसान ग्रामीण बैंक के बराबर में चल रहे फर्जी आधार कार्ड मशीन सहित दर्जनों आधार कार्ड व फर्जी आईडी सहित 2 युवकों को गिरफ्तार कर लिया । वहीं दुकान को सील कर दिया गया है ।
थाना अलापुर पुलिस को मशीन के साथ बरामद हुए प्रिंटर व मौके पर करीब 250 बने आधार कार्ड भी अपनी हिरासत में लिए । पुलिस मामले की जांच में जुटी है । बताया गया है कि फर्जी आधार कार्ड बनाने की अधिक शिकायतें मिलने एंव आतंकवादियों तक के आधार बन जाने पर केन्द्र सरकार ने जन सेवा केन्द्रों एवं प्राइवेट आपरेटरों से आधार कार्ड बनाने का कार्य बन्द करा दिया था । आधार कार्ड बनाने एंव उसमें किसी प्रकार के परिवर्तन कराने का कार्य चुनिंदा पोस्ट ऑफिस व बैंकों के माध्यम से होता है । फिर भी प्रशासन की आंखों में धूल झोककर यह गोरख धंधा महीनों से चल रहा था, प्रशासन द्वारा इतनी सख्ती के बावजूद थाना अलापुर क्षेत्र के गांव करीमपुर निवासी सुधांशु यादव ने आधार कार्ड बनाने का पूरा सैटअप अपनी दुकान में लगा रखा था यह एक गंभीर विषय है ।
आरोप है कि वह ग्रामीणों के नए आधार कार्ड एंव पुराने आधार कार्डों में मनचाहा परिवर्तन करने का कार्य बेधड़क कर रहा था । आज सुबह करीब 10 बजे थाना प्रभारी कृष्ण गोपाल शर्मा ने उसी दुकान पर छापा मारा तो दर्जनो आधार कार्ड, फर्जी आईडी, प्रिंटर मशीन, कम्प्यूटर आदि मौके पर बरामद कर लिए और आधार कार्ड संचालक को गिरफ्तार करके थाना ले गए । आरोप है कि शाम को आर्थिक समझौता करने के बाद मामले को रफा दफा कर दिया गया है । इससे पुलिस और तहसील प्रशासन पर अब और अधिक सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर किसके दबाव में पुलिस को आर्थिक समझौते के लिए मजबूर होना पड़ा ।

1- कहाँ से मिला कोड....

नया आधार कार्ड बनाने अथवा पुराने में परिवर्तन के लिए साइट का एक कोड और पासवर्ड होता है । जो आधार कार्ड अथॉरिटी द्वारा उन्ही संस्थाओं को दिया जाता है जिन्हें आधार कार्ड बनाने की अथॉरिटी दी जाती है । अन्य कोई व्यक्ति साइट को खोल नहीं सकता । उसके बावजूद म्याऊँ में आधार की मशीन लगाकर कार्ड बनाने वाले युवक के पास कोर्ड और पासवर्ड नम्बर कहां से आया । आधार बनाने की मशीन कहां से मिली, इस तरह के कई गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं ।

2- फर्जी मतदान के लिए तो नहीं बन रहे थे आधार...

बदायूं में पहले चरण में लोकसभा के लिए मतदान होना है । चुनाव आयोग ने मतदान के लिए आधार कार्ड को भी परिचय पत्र के लिए मान्य किया है । कस्वा म्याऊँ में आधार कार्ड कहीं फर्जी मतदान के लिए तो नहीं बनाए जा रहे थे । इस तरह की चर्चा क्षेत्र में इसलिए भी फैल रही थी । क्योंकि पुलिस के पहुंचने पर आधार कार्ड बना रहे सुधांशु यादव को थाना पुलिस के द्वारा पकड़े जाने पर भी सिफारिश करने एक नेता पहुंचा था ।

"मुझे फर्जी आधार कार्ड बनाने की सूचना मिली थी मौके पर छापा मारा वहाँ तीन लड़के एक आधार कार्ड की मशीन कम्प्यूटर प्रिंटर व कई बने बनाये आधार कर मिले जिसकी मैने जांच की तो बैंक मैनेजर दातागंज ने बताया कि मैंने सुधांशु यादव को अथॉरिटी लेटर अपनी बैक का दे दिया वह कही भी आधार कार्ड बना सकता है इसलिए वह निर्दोष है" ।
(थानाध्यक्ष अलापुर कृष्ण गोपाल शर्मा)

"मामले की जानकारी मुझे  मिल गई है जो प्राइवेट दुकान पर सुधांशु यादव  आधार कार्ड बना रहा था वह बिल्कुल गलत है जबकि बनाने की अथॉरिटी केवल बैंक में ही होती है इसलिए ज्यादा बड़ा अपराध नही है धारा 151 में कार्यवाही की जा रही है" ।
(उपजिलाधिकारी दातागंज कुँवर बहादुर सिंह)

"मैंने किसी भी व्यक्ति को आधार कार्ड बनाने की अथॉरिटी नही दी है ये बिल्कुल गलत है न ही पुलिस ने मुझसे कोई जानकारी ली है" ।
(स्टेट बैंक दातागंज मैनेजर)
म्याऊँ स्थित इसी दुकान पर बनाये जा रहे थे फर्जी आधार कार्ड : जनमत एक्सप्रेस । 9997667313

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