गंगा नदी में डूबी चचेरी तहरी बहनें, शव बरामद

प्रयागराज जनमत । जिले के मेजा क्षेत्र में एक बड़ा हादसा हो गया । इलाके के देवहटा गांव स्थित घाट पर रविवार की सुबह गंगा नदी में दो चचेरी बहनें डूब गईं। वह सहेलियों के साथ गंगा नदी में स्नान के लिए गई थीं। बताया जा रहा है कि इस हादसे के थोड़ी देर पहले ही उन्होंने पानी में सेल्फी ली और वीडियो भी बनाया था। लोगों को घाट पर उनका मोबाइल पड़ा मिला था। जानकारी पर परिजनों समेत ग्रामीणों की जुट गई। गोताखोरों को पानी में उतारा गया। करीब घंटे भर बाद दोनों के शव पानी से निकाले जा सके। हादसे से घर में कोहराम मचा हुआ है।
ज्ञात हो कि देवहटा गांव निवासी स्वप्निल मिश्रा (19 ) पुत्री रमेश मिश्रा अपनी चचेरी बहन यशस्वी मिश्र उर्फ साक्षी (15 ) पुत्री कुलदीप मिश्रा व पड़ोस की अन्य सहेलियों के साथ गंगा स्नान के लिए गई थी। रविवार सुबह लगभग साढ़े छह बजे देवहटा गंगा घाट पर सभी स्नान कर रही थीं। इसी दौरान यशस्वी गहरे पानी में चली गई और डूबने लगी। उसकी चीख सुन कर स्वप्निल उसे बचाने के लिए गहरे पानी पहुंच गई। स्वप्निल ने साक्षी का हाथ पकड़ कर किनारे खींचने का प्रयास किया, लेकिन इसी दौरान वह भी डूब गई। स्नान कर रही अन्य लड़कियों ने यह देख हल्ला मचाया लेकिन जब तक घाट पर मौजूद लोग गंगा में छलांग लगाते तब तक दोनों गहरे पानी में समा चुकी थीं। 
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो दोनों बहनें हंसते-खिलखिलाते मोबाइल से फोटो खींच रहीं थीं। यशस्वी छोटी थी, लिहाजा चंचलता में वह गहरे पानी की ओर बढ़ गई और स्वपनिल से फोटो खींचने को कहा। इसी दौरान वह हाथ-पैर मारने लगी। पानी में किनारे पर नहा रही स्वपनिल पहले तो समझ नहीं पाई, लेकिन जब उसने यशस्वी  को डूबने-उतराते देखा तो वह घबरा गई। आननफानन में उसने मोबाइल घाट पर फेंका और एशस्वी को बचाने के लिए आगे बढ़ी। स्वपनिल एशस्वी तक पहुंच ही गई थी कि तब तक वह भी गहरे पानी में जा चुकी थी। घाट पर मौजूद लोग जब तक कुछ समझ पाते तब तक दोनों बहनें पानी में समा चुकी थीं।

घटना की जानकारी होते ही परिवार सहित गांव के अधिकांश लोग घाट पर पहुंच गए। करीब एक दर्जन लोगों ने गंगा में छलांग लगाई। लगभग नौ बजे बजे साक्षी का शव बरामद हुआ। वहीं सूचना पर छेत्रीय  पुलिस पहुंची। स्थानीय मल्लाहों ने घंटों की मशक्कत के बाद करीब 12 बजे स्वप्निल का शव भी मिल गया। मौके पर पहुंचे सीओ मेजा उमेश शर्मा, इंस्पेक्टर मेजा मनोज पाठक, चौकी इंचार्ज जेवनिया सुशील कुमार एवं चौकी इंचार्ज सिरसा राकेश राय ने परिजनों की मांग पर कागजी कार्रवाई के बाद दोनों बहनों के शव परिजनों को सौंप दिया। घटना को लेकर परिवार एवं गांव में मातम का माहौल है।

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