जगत, कादरचौक और विनावर को नगर पंचायत बनाने की उठी मांग, SDM को सौंपा 14 सूत्रीय ज्ञापन

बदायूँ जनमत । भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान तहसील बदायूं के तत्वावधान में पूर्व घोषित कार्यक्रमानुसार अभियान के सहयोगी दोपहर 11  बजे तहसील परिसर बदायूं में एकत्र हुए तदन्तर  तहसील में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरूद्ध सह जिला समन्वयक अखिलेश सिंह एवं तहसील समन्यवयक राम-लखन के संयुक्त नेत्तृत्व मे चौदह सूत्रीय ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपा गया ।
इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के सह जिला समन्वयक अखिलेश सिंह ने कहा कि बदायूं तहसील को भ्रष्टाचार मुक्त तहसील बनाने का हमारा सन्कल्प है । तहसील क्षेत्र के हर ग्राम में लेखपाल और ग्राम पंचायत अधिकारी न होने से भ्रष्टाचार में वृद्धि हो रही है । आज हमने चौदह सूत्रीय ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा है । इन चौदह विषयों को लेकर हम वर्ष भर सन्घर्ष करेंगे । बदायूं तहसील अन्तर्गत ग्राम पंचायत जगत, बिनावर और कादरचौक नगर पंचायत के मानक पूरे करती है । इन्हें नगर पंचायत बनाने की मांग हमने उठायी है । बिनावर को विकास खंड का दर्जा मिले । पन्चायत राज व्यवस्था को प्रभावी बनाया जावे । जनसुनवाई पोर्टल बाबुओं के हवाले करके इस जनोपयोगी व्यवस्था को निष्प्रभावी कर दिया गया है। बदायूं तहसील के प्रत्येक गांव में एक सूचना कार्यकर्ता नियुक्त करके तहसील को हम एक आदर्श तहसील बनाकर रहेंगे।
भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के बदायूं तहसील समन्यवयक राम-लखन ने कहा कि स्वास्थय विभाग व तहसील बदायूं में भ्रष्टाचार चरम पर है । नागरिकों को मिलने वाली चिकित्सा सुविधाएं उन्हें प्राप्त नहीं हो रही है । सरकारी चिकित्सक स्वय के अस्पताल चला रहे हैं या फिर निजी चिकित्सालयों में सेवाये दें रहें हैं । नागरिक झोलाछाप चिकित्सकों की सेवा लेने को विवश है। झोलाछाप चिकित्सकों व मानक के विरुद्ध चल रहे निजी चिकित्सालयों को विभागीय अधिकारियों का खुला संरक्षण प्राप्त है । प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निष्क्रिय कर दिए गए हैं, उप स्वास्थ्य केन्द्र अस्तित्व में ही नहीं है । भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के सहयोगियों ने सन्कल्प लिया है कि वर्ष भर स्वास्थ्य विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरुद्ध सन्घर्ष करेंगे तथा भ्रष्ट तत्वों को तहसील क्षेत्र में टिकने नहीं देंगे ।
अभियान के मुख्य सहयोगी एम एच कादरी ने कहा कि तहसील बदायूं में जनोपयोगी कानून निष्क्रिय हैं । सूचना के अधिकार को हतोत्साहित किया जा रहा है । निजी विद्यालयों में मनमानी फीस, ड्रेस, पुस्तकों, वाहन व अन्य अनावश्यक गतिविधियों के नाम पर अभिभावकों का शोषण हो रहा है ।


इस अवसर पर  भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के मुख्य प्रवर्तक हरि प्रताप सिंह राठोड़ एडवोकेट, संरक्षक मंडल के सदस्य डॉ शैलेन्द्र कुमार सिंह, एम एल गुप्ता, धनपाल सिंह, जिला समन्वयक रामगोपाल, सह जिला समन्वयक शमसुल हसन, महेश चंद्र, श्रीराम, वीरेन्द्र, नेत्रपाल, सुरेश पाल सिंह, मो इब्राहिम, मो इकरार, आशिक अली, शानू, मो जावेद, बिलाल, विकार, दिलशाद, जसवीर, प्रेम सिंह, धर्मपाल आदि उपस्थित रहे ।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

दबंग कांस्टेबल ने फिर कराई उसहैत पुलिस की फजीहत आधा दर्जन व्यापारियों को पीटा, बच्ची को फेंका

जश्ने शाह शराफत : तीन तलाक और परिवार विवाद से बचे मुसलमान - सकलैन मियाँ हुजूर

बदायूं में डबल मर्डर : घर में दो दोस्तों की चाकुओं से गोदकर हत्या, सपा नेताओं ने की खुलासे की माँग