हिलाल बदायूँनी ने काव्यगोष्टी द्वारा बच्चों को दी श्रद्धांजलि
वज़ीरगंज जनमत । अलीगंज (एटा) स्कूल बस हादसे पर शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए शायर हिलाल बदायूँनी के निवास पर काव्यगोष्ठी आयोजित की गयी । इस मौके पर स्थानीय शायरों ने अपने अशआर के ज़रिये हादसे में मृत बच्चों के प्रति शोक संवेदनाएं व्यक्त की । कार्यक्रम की अध्यक्षता हाफ़िज़ अबरार अहमद ज़ाहिद ने व सञ्चालन हिलाल बदायूँनी ने किया ।
कार्यक्रम के आगाज़ में स्कूल प्रबंधन की लापरवाही से हुई मासूम बच्चों की मौत पर उपस्थितजनों ने शोक व्यक्त किया जिसके पश्चात शायरों ने अपन अपनेे शेर में मृत बच्चों के प्रति शोक संवेदनाएं प्रकट की ।
असीर हतरवी ने कहा
सजा संवार के भेजा था माँ ने बच्चों को ।
ये क्या खबर थी कि गोदें उजड़ने वाली हैं।
फ़ारूक़ बदायूँनी ने कहा
निगल गया वक़्त जिनके बच्चे अब उनकी माएँ बिलख रही हैं ।
रक़म करूँ हादसा मैं कैसे क़लम की आहें सिसक रही हैं ।
युवा शायर हिलाल बदायूँनी ने कहा
चाँद तारे भी परेशां हैं ज़मी गुम सुम है ।
कितने मासूम चरागों का उजाला गुम है ।
ज़ौक़ वज़ीरगंजवी ने कहा
कौन सी थी वो घड़ी जो कर गयी आँखों को नम ।
दे गयी कितने घरों को दास्ताने रंजो ग़म ।
हाफिज ज़ाहिद वज़ीरगंजवी ने कहा
दिलों पे रंजो अलम का अँधेरा छाने लगा ।
ये हादसा तो हर इंसान को रुलाने लगा ।
कार्यक्रम के पश्चात उपस्थितजनों ने कहा कि यूपी सरकार व प्रशासन को बच्चों के अभिभावकों को हर संभव सहायता प्रदान करनी चाहिए साथ ही प्राइवेट स्कूल संचालकों को मानकों का पूरा ध्यान रखना चाहिए जिससे की किसी लोभ की वजह से किसी के घर का चराग न बुझे और भविष्य में ऐसा दर्दनाक हादसा दुबारा न हो । इस मौके पर जाबिर सैफी मुशाहिद रफीउज़्ज़मा एडवोकेट दानिश सलीम आसिफ दीपक गयूर मोइनुलहक़ शमज़ुज़्ज़मा कमरुज़्ज़मा दीपक श्रीवास्तव सोहनपाल मो अहमद आमिर शोएब आदि मौजूद रहे ।
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