पढें पत्रकार मुशीर अहमद की भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के बयान पर टिप्पणी

बदायूँ जनमत ।
आदर्श आचार संहिता और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का यह बयान कि "प्रदेश में सरकार बनने पर बनेगा राम मंदिर" न्यायालय की अवमानना और आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन है ऐसे वक्ताओं के विरुद्ध चुनाव आयोग द्वारा सख्त कार्यवाही होनी चाहिए ।

   याद रहे कि 1984 में जिस पार्टी के 2 सांसद हुआ करते थे वे आज धार्मिक उन्माद के सहारे ही सत्ता के शिखर पर हैं लेकिन यह झूट, छल और कपट की राजनीति आखिर कब तक..???
 
"बुलंदियों पे पहुचना कोई कमाल नहीं,
बुलंदियों  पे   ठहरना    कमाल   है"
   
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को यह सोचना चाहिए के आखिर प्रदेश की भोली भाली जनता कब तक बेवक़ूफ़ बनाकर ठगने का काम करेंगे । भक्तों को कब तक गोल गोल घूमते रहेंगे ? देश की जनता अब खूब अच्छी तरह समझ गई है कि आपका राम से या राम मंदिर से कोई लेना देना नहीं आप तो सिर्फ और सिर्फ सत्ता के भूखे हैं । आपके इस बयान ने यह बात साबित भी कर दी कि आप जहाँ से चले थे वहीं वापस आ गए हो ।
     
सबसे पहले भी यही कहा था के राम मंदिर के प्रदेश में सरकार बनाओ, फिर कहा केंद्र में सरकार बनाओ फिर कहा केंद्र में गठबंधन की सरकार है पूर्ण बहुमत की सरकार बनाओ, और जनता ने यह सब करके भी दे दिया । लेकिन श्रीमान जी आप तो अब फिर वहीं आ गए जहाँ से चले थे । भाजप के इस बयान से एक बात सिद्ध हुई की दुनिया गोल है और भक्तों को उसी गोले पर घुमाया जा रहा है और भक्त हैं कि घूमते ही जा रहे हैं । वाहआदेशों को ठेंगा दिखाते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का यह बयान कि "प्रदेश में सरकार बनने पर बनेगा राम मंदिर" न्यायालय की अवमानना और आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन है ऐसे वक्ताओं के विरुद्ध चुनाव आयोग द्वारा सख्त कार्यवाही होनी चाहिए ।

   याद रहे कि 1984 में जिस पार्टी के 2 सांसद हुआ करते थे वे आज धार्मिक उन्माद के सहारे ही सत्ता के शिखर पर हैं लेकिन यह झूट, छल और कपट की राजनीति आखिर कब तक..???
 
"बुलंदियों पे पहुचना कोई कमाल नहीं,
बुलंदियों  पे   ठहरना    कमाल   है"
   
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को यह सोचना चाहिए के आखिर प्रदेश की भोली भाली जनता कब तक बेवक़ूफ़ बनाकर ठगने का काम करेंगे । भक्तों को कब तक गोल गोल घूमते रहेंगे ? देश की जनता अब खूब अच्छी तरह समझ गई है कि आपका राम से या राम मंदिर से कोई लेना देना नहीं आप तो सिर्फ और सिर्फ सत्ता के भूखे हैं । आपके इस बयान ने यह बात साबित भी कर दी कि आप जहाँ से चले थे वहीं वापस आ गए हो ।
     
सबसे पहले भी यही कहा था के राम मंदिर के प्रदेश में सरकार बनाओ, फिर कहा केंद्र में सरकार बनाओ फिर कहा केंद्र में गठबंधन की सरकार है पूर्ण बहुमत की सरकार बनाओ, और जनता ने यह सब करके भी दे दिया । लेकिन श्रीमान जी आप तो अब फिर वहीं आ गए जहाँ से चले थे । भाजप के इस बयान से एक बात सिद्ध हुई की दुनिया गोल है और भक्तों को उसी गोले पर घुमाया जा रहा है और भक्त हैं कि घूमते ही जा रहे हैं । वाह

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