उसावां ब्लॉक प्रमुख सहित तीन पर मुकदमा दर्ज
बदायूँ जनमत । थाना उसहैत क्षेत्र के गांव सथरा निवासी उसावां ब्लॉक प्रमुख राकेश गुप्ता और उनके बडे भाई पूर्व ब्लॉक प्रमुख राकेश गुप्ता सहित तीन के खिलाफ धारा 307 में मुकदमा दर्ज किया गया । थाना पुलिस ने एक को गिरफ्तार कर जेल भेजा है ।
जानकारी के अनुसार दिनाँक 7 फरवरी को ग्राम निवासी पुष्पेन्द्र दुबे ने गांव के ही भाजपा कार्यकर्ता रविन्द्र दीक्षित और उनके बेटे व अवनीश और इसके पिता वीरेन्द्र के खिलाफ धारा 307 और धारा 427 में मुकदमा दर्ज कराया था । पुष्पेन्द्र का आरोप था कि उक्त लोगों ने मेरे घर में घुसकर मुझ पर जानलेवा हमला किया था, मगर इसके बावजूद किसी भी आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही नहीं हुई । तभी से उक्त लोग पुष्पेन्द्र दुबे पर तरह तरह का दबाव बनाकर फैसला करने को कहते रहे । उधर थाना पुलिस का कहना है कि आज पुष्पेन्द्र दुबे ने ब्लॉक प्रमुख राजेश कुमार और उनके भाई राकेश गुप्ता के साथ मिलकर गांव के कुछ लोगों से मारपीट कर कई हवाई फायर किये । जिसको लेकर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है । वहीं पुष्पेन्द्र दुबे को जेल भेज दिया गया है और उसके दोनों साथी अभी फरार हैं । मगर सूत्रों की मानें तो सत्ता की हनक के चलते मामले को तूल दिया गया है । कुछ ग्रामवासियों का कहना है कि पुष्पेन्द्र दुबे को घर में बंद करके लाठी डंडों से पीटा गया है जिससे वह गम्भीर रूप से घायल भी हो गया है । खास बात तो यह है कि थाना पुलिस ने भी पुष्पेन्द्र दुबे को घायल अवस्था में ही जेल भेज दिया ।
जानकारी के अनुसार दिनाँक 7 फरवरी को ग्राम निवासी पुष्पेन्द्र दुबे ने गांव के ही भाजपा कार्यकर्ता रविन्द्र दीक्षित और उनके बेटे व अवनीश और इसके पिता वीरेन्द्र के खिलाफ धारा 307 और धारा 427 में मुकदमा दर्ज कराया था । पुष्पेन्द्र का आरोप था कि उक्त लोगों ने मेरे घर में घुसकर मुझ पर जानलेवा हमला किया था, मगर इसके बावजूद किसी भी आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही नहीं हुई । तभी से उक्त लोग पुष्पेन्द्र दुबे पर तरह तरह का दबाव बनाकर फैसला करने को कहते रहे । उधर थाना पुलिस का कहना है कि आज पुष्पेन्द्र दुबे ने ब्लॉक प्रमुख राजेश कुमार और उनके भाई राकेश गुप्ता के साथ मिलकर गांव के कुछ लोगों से मारपीट कर कई हवाई फायर किये । जिसको लेकर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है । वहीं पुष्पेन्द्र दुबे को जेल भेज दिया गया है और उसके दोनों साथी अभी फरार हैं । मगर सूत्रों की मानें तो सत्ता की हनक के चलते मामले को तूल दिया गया है । कुछ ग्रामवासियों का कहना है कि पुष्पेन्द्र दुबे को घर में बंद करके लाठी डंडों से पीटा गया है जिससे वह गम्भीर रूप से घायल भी हो गया है । खास बात तो यह है कि थाना पुलिस ने भी पुष्पेन्द्र दुबे को घायल अवस्था में ही जेल भेज दिया ।
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