ककराला से बफादारी का ईनाम गुलरेज बेगम को दे सकती है भाजपा
जनमत एक्सप्रेस । बदायूँ ज़िले की अल्पसंख्यक बाहुल्य नगरपालिका ककराला से अध्यक्ष पद हेतु इस बार भाजपा भी अपना प्रत्याशी उतारने था रही है । लेकिन वो प्रत्याशी कौन होगा इस बारे में भी कोई स्पष्टता नहीं है।
मगर देखा जाए तो लोकसभा चुनाव से पहले काफी लंबे समय से नगर निवासी आदिल खांन जिले भर में भाजपा कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं । साथ ही युवा मोर्चा की ज़िला कार्यकारिणी में ज़िला मंत्री भी रहे और उनकी पत्नी गुलरेज बेगम भाजपा की ककराला सेक्टर संयोजक भी हैं ।वहीं गुलरेज़ बेगम ने पार्टी से लंबे समय से जुडाओ और अपनी बफादारी के चलते ककराला नगर पालिका से अध्यक्ष पद के लिए अपनी सशक्त दावेदारी पेश की है । भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना भी है कि पार्टी के लिए लंबे समय से बफादारी के साथ काम करने का ईनाम आदिल खांन को ही मिलना चाहिए ।
हालांकि सूत्रों के अनुसार अभी हाल ही में समाजवादी पार्टी से भाजपा में शामिल हुए नजमुल खाँ भी भाजपा से दावेदारी कर रहे हैं । लेकिन भाजपा की अपने ही कार्यकर्ताओं को आगे बढाने की नीति को देखते हुए गुलरेज़ बेगम का पक्ष काफी मज़बूत लग रहा है। वहीँ सपा की ओर से पूर्व चेयरमैन परवीन मुस्लिम का नाम लगभग तय है लेकिन बसपा ने अभी पत्ते नहीं खोले हैं।
मगर देखा जाए तो लोकसभा चुनाव से पहले काफी लंबे समय से नगर निवासी आदिल खांन जिले भर में भाजपा कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं । साथ ही युवा मोर्चा की ज़िला कार्यकारिणी में ज़िला मंत्री भी रहे और उनकी पत्नी गुलरेज बेगम भाजपा की ककराला सेक्टर संयोजक भी हैं ।वहीं गुलरेज़ बेगम ने पार्टी से लंबे समय से जुडाओ और अपनी बफादारी के चलते ककराला नगर पालिका से अध्यक्ष पद के लिए अपनी सशक्त दावेदारी पेश की है । भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना भी है कि पार्टी के लिए लंबे समय से बफादारी के साथ काम करने का ईनाम आदिल खांन को ही मिलना चाहिए ।
हालांकि सूत्रों के अनुसार अभी हाल ही में समाजवादी पार्टी से भाजपा में शामिल हुए नजमुल खाँ भी भाजपा से दावेदारी कर रहे हैं । लेकिन भाजपा की अपने ही कार्यकर्ताओं को आगे बढाने की नीति को देखते हुए गुलरेज़ बेगम का पक्ष काफी मज़बूत लग रहा है। वहीँ सपा की ओर से पूर्व चेयरमैन परवीन मुस्लिम का नाम लगभग तय है लेकिन बसपा ने अभी पत्ते नहीं खोले हैं।
ककराला निवासी भाजपा युवा मोर्चा के जिलामंत्री आदिल खांन । जनमत |
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