मामू भांजे की लडाई में अपना खोया वर्चस्व पा सकते हैं पूर्व विधायक मुस्लिम खाँ

एस०शाहिद अली ! 
उसहैत विधानसभा के आखिरी विधायक मुस्लिम खाँ का वो हौदा, वो बुलंदी, वो इज्जत, वो शोहरत उस वक्त सब मिट्टी में समा गई थी जब मुमताज मियाँ से नाक के सवाल को लेकर जंग की शुरूआत हुई थी । चूँकि लोगों की भावनाएं धर्म से जुडीं थी शायद इसलिए आस्था का सैलाब सब कुछ तबाहो बर्बाद कर गया था ।
इसी बात का फायदा उठाकर मुमताज मियाँ के सगे भांजे महबूब सकलैनी ने नगर पालिका ककराला के अध्यक्ष पद पर कब्जा जमा लिया था तो वहीं विधायक मुस्लिम खां के हालात इतने बद से बदतर हो गए थे कि उनके करीबियों को ककराला से सभासद पद का चुनाव जीतना भी लबे पड गया था ।
मगर इतना सब हो जाने के बावजूद उन्होंने अपनी लगन और आस का दामन नहीं छोड़ा और जनता के बीच बने रहकर अपने वर्चस्व की जंग लडते रहे । उधर सियासत और लालच सकलैनी परिवार को इतना कमजोर बना चुका है कि आज 2017 के निकाय चुनाव में ककराला से सभासद का चुनाव लडने बाला कोई भी प्रत्याशी अपने साथ न तो निवर्तमान चेयरमैन महबूब सकलैनी और न ही मुमताज मियाँ का फोटो लगाना पसंद कर रहा है । वहीं ज्यादातर सभासद पद के प्रत्याशी पूर्व विधायक मुस्लिम खां को अपना आदर्श मानकर खुलकर अपने साथ उनका फोटो लगा रहे हैं ।
साथ ही ककराला की अधिकतर आवाम का यह भी कहना है कि मुमताज मियाँ और महबूब सकलैनी की सबसे बडी भूल समाजवादी पार्टी को छोड़ना है । तो वहीं सकलैनी परिवार का अंतर्कलह उस समय प्रकाश में आ गया जब मुमताज मियाँ ने अपने सगे भांजे निवर्तमान चेयरमैन महबूब सकलैनी के सामने अपने सगे बेटे इंतखाब खांन को मैदान में उतार दिया ।
उधर ककराला कि सियासत ने एक और नया मोड़ उस समय ले लिया जब एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने के लिए पंपलेट का चलन शुरू हुआ । और खास बात यह रही कि इस रिवाज का आगाज सकलैनी घराने से ही हुआ है । जनमत एक्सप्रेस सूत्रों के अनुसार निर्वतमान चेयरमैन महबूब सकलैनी के सगे मामूजान ने उनके खिलाफ एक पंपलेट छपवाई जिसका टाईटल है "एक पैगाम वशऊर लोगों के नाम" और इस पंपलेट में सबसे ऊपर लिखे एक शेर ~
"जख्म उसको दिये जिस शख्स ने गुलपोशी की
इन्तिहा हो गई अहसान फरामोशी की"
इस एक शेर ने पंपलेट बाँटवाने और छपवाने के तमाम मंसूबों को खासा उजागर कर दिया है । वहीं इस पंपलेट में मुमताज मियाँ के बहुत सारे कसीदे भरे हुए हैं । ककराला की आवाम को रिझाने और समझाने के लिए अब वहाँ पंपलेटों का चलन शुरू हो गया है । बताते हैं कि हाल ही में पूर्व विधायक हाजी मुस्लिम खां ने भी एक पंपलेट छपवाई है जिसमें उन्होंने एक नज्म का सहारा लेकर जनता से वोट की अपील की है ।
अब 22 नवंबर की तारीख ही तय करेगी कि ककराला नगर पालिका में पंपलेटों के इस चलन से किसको कामयाबी नसीब होती है..!!

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