12 दिन बाद जागे काँग्रेसी पहुँचे सौंधामई दलित रेप पीडित ने कहा उसावां पुलिस और नेता बना रहे हैं फैसले का दबाव

बदायूँ जनमत । थाना उसावां क्षेत्र में एक दलित नाबालिग रेप पीडिता की आज बारह दिन बाद आखिरकार काँग्रेसजनों ने सुध ले ही ली । जनपद की काँग्रेस कमेटी को एक पीडित परिवार से मिलने में बारह दिनों का समय लग गया, शायद यही बदायूँ में काँग्रेस पार्टी की पतली हालत का कारण भी है । जबकि पार्टी सूत्रों से जनमत एक्सप्रेस को पता चला था कि दलित नाबालिग लडकी के साथ हुए रेप का मामला पार्टी हाईकमान तक पहुँच चुका है और खुद पीएल पुनिया ने जिला कमेटी को तत्काल गांव जाकर पीडित परिवार से मिलने और उसकी मदद करने का निर्देश भी दिया था । लेकिन इसके बावजूद बारह दिन बीत जाने के बाद जिला कमेटी को आज मंगलवार को पीडित परिवार से मिलने का समय मिला है ।
बता दें कि घटना 20 दिसंबर की है थाना उसावां के गांव सौंधामई में एक दलित नाबालिग लडकी डेरी पर दूध देने गई थी । दूध देकर लौट रही दलित लडकी को एक युवक ने दबोच लिया और पास के प्राइमरी स्कूल में ले जाकर उसका रेप किया । थाना पुलिस ने काफी टालमटोल करके दो दिन बाद यानी 22 दिसंबर को आरोपी के खिलाफ रेप का मामला दर्ज किया था । हालाँकि मामले की जाँच सीओ दातागंज कर रहे हैं । लेकिन आज जब काँग्रेस की टीम पीडित परिवार से मिलने गांव पहुँची तब पीडित परिवार ने कई ऐसे आरोप लगाये जिनको सुनकर यह महसूस हुआ कि काँग्रेसजनों को बहुत पहले पीडित परिवार की मदद करनी चाहिए थी । पीडित परिवार ने बताया कि लडकी की उम्र स्कूल की अंकतालिका में कुल 11 वर्ष दर्ज है जबकि रेप की मेडिकल रिपोर्ट में साजिशन 16 वर्ष दर्ज कराई गई है । इतना ही नहीं पीडित परिवार ने उसावां पुलिस पर पक्षपात करने और शराबी दरोगा लक्ष्मण प्रसाद पर फैसले का दबाव बनाने का आरोप भी लगाया है । पीडित परिवार का कहना है कि स्थानीय भाजपा नेता और थाना पुलिस लगातार उन पर फैसला करने का दबाव बनाये जा रही है । इससे उन्हें खतरा होने की संभावना दिखाई दे रही है । उधर बारह दिन बाद पीडित परिवार की सुध लेने पहुँचे काँग्रेसजनों का कहना है कि हम पीडित परिवार के साथ हैं जरूरत पडी तो हम पैनल के साथ दोबारा मेडिकल कराये जाने की मांग करेंगे और थाना पुलिस के खिलाफ मोर्चा भी खोलेंगे । मंगलवार को सौंधामई गांव पहुँची काँग्रेस टीम में प्रदेश महासचिव ठाकुर ओमकार सिंह, जिला उपाध्यक्ष आतिफ खाँ 'जख्मी', शफी अहमद आदि मौजूद थे ।

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