"ईराक जो मैंने देखा" यामीन अंसारी की पुस्तक का दिल्ली में विमोचन
बदायूँ जनमत । बदायूँ के मूल निवासी डॉक्टर यामीन अंसारी की पुस्तक 'ईराक़ जो मैंने देखा' का विमोचन विगत दिवस इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर के दिल्ली स्थित कांफ्रेस हॉल में किया गया ।
वर्ष 2016 में ईराक़ करबला प्रबंध कमेटी के बुलावे पर भारतीय पत्रकारों का प्रतिनिधि मंडल इराक गया था, जिसमे उर्दू पत्रकार की हैैैैसियत से बदायूँ निवासी व उर्दू दैनिक समाचार पात्र इन्कलाब के रेज़ीडेंटल संपादक डॉ0 यामीन अंसारी ईराक़ गए थे । वहां से लौटकर डॉ० अंसारी ने अपने ईराक़ सफ़र की रूदाद और वहां के इतिहास को अपने लफ़्ज़ों में क़लंमबन्द कर 'ईराक़ जो मैंने देखा' शीर्षक से प्रकाशित किया । जिसका विमोचन विगत दिवस दिल्ली स्थित इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर कांफ्रेंस हॉल में मौलाना आज़ाद यूनिवर्सिटी जोधपुर के वाइस चांसलर प्रोफ़ेसर अख्तरुल, इस्लामिक इंटलैक्चुअल बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना डॉक्टर यासीन अली उस्मानी एवं रोज़नामा इंक़लाब के एडिटर डॉ0 शम्सी हसन ने सयुक्त रूप से किया।
वर्ष 2016 में ईराक़ करबला प्रबंध कमेटी के बुलावे पर भारतीय पत्रकारों का प्रतिनिधि मंडल इराक गया था, जिसमे उर्दू पत्रकार की हैैैैसियत से बदायूँ निवासी व उर्दू दैनिक समाचार पात्र इन्कलाब के रेज़ीडेंटल संपादक डॉ0 यामीन अंसारी ईराक़ गए थे । वहां से लौटकर डॉ० अंसारी ने अपने ईराक़ सफ़र की रूदाद और वहां के इतिहास को अपने लफ़्ज़ों में क़लंमबन्द कर 'ईराक़ जो मैंने देखा' शीर्षक से प्रकाशित किया । जिसका विमोचन विगत दिवस दिल्ली स्थित इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर कांफ्रेंस हॉल में मौलाना आज़ाद यूनिवर्सिटी जोधपुर के वाइस चांसलर प्रोफ़ेसर अख्तरुल, इस्लामिक इंटलैक्चुअल बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना डॉक्टर यासीन अली उस्मानी एवं रोज़नामा इंक़लाब के एडिटर डॉ0 शम्सी हसन ने सयुक्त रूप से किया।
इस ऐतिहासिक एवं मुबारक मौके पर देश के प्रख्यात पत्रकारों और विद्वान हस्तियों ने शिरकत की तथा सभी ने पुस्तक की सराहना करते हुए डॉ यामीन अंसारी को मुबारकबाद दी ।
इस मौके पर दिल्ली यूनिवर्सिटी के उर्दू विभागाध्यक्ष इब्ने कंवल, जेएनयू के फारसी विभागाध्यक्ष एनुल हुदा, आगा सुल्तान मुर्तजा, पत्रकार शेष नारायण सिंह, राधिका बोडिया, आलम रिजवी, आरफा खानम, मुईन शादाब, डॉ० मुमताज आलम रिजवी, अम्लेन्दु उपाध्याय, हिसाम सिद्दीकी, समीर अरशद, अजमल जामी, हाफिज इरफान, इबादुर्रहमान, साहिबे आलम आदि मौजूद रहे । कार्यक्रम का संचालन जेएनयू प्रोफेसर डॉ० हफीजुर्रहमान ने किया ।
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