दीनी और दुनियावी तालीम के लिए मिसाल थे शेख उसैदुल हक़ : मुमताज
सैदपुर जनमत । कस्बा में स्थित मदरसा जामिया हनफिया रज़विया में शहीदे आजम एजूकेशनल सोसाइटी की ओर से मजलिसे शूरा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत तिलावते कलामे इलाही से हाफिज़ नौशाद रज़ा उदयपुरी ने की साथ ही नात व मनकवत पेश की गई। मदरसे के नाजिमे आला मुफ़्ती शाने आलम को सदर चुनते हुए इमामा बांधा गया। कार्यक्रम में उलेमाओं के क्षेत्र के लोगों ने इस कार्यक्रम में शिरकत की ।
रविवार को कस्बा में स्थित मदरसा जामिया हनफिया रजविया में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें दीनी शिक्षा को बढ़ावा देने और शिक्षा प्रप्ति के लिए लोगों को प्रेरित किया गया । मौलाना मुमताज हैदर ने कहा हिन्दुस्तान के 150 शहरों में पहले बदायूं दीनी तालीम से मशहूर था। लेकिन आज हमारा क्षेत्र दीनी तालीम में काफी पिछड़ा है उन्होंने उसैदुल हक कादरी बदायूंनी का जिक्रर करते हुए कहा कि उन्होंने बदायूं क्षेत्र में दीनी तालीम के साथ दुनियावी तालीम दिलाने के लिए काफी प्रयास किया आज भले ही वो हमारे बीच नहीं लेकिन उन्होंने एक मिसाल पेश की। बच्चों को दुनियावी तालीम के साथ दीनी तालीम जरूर दिलाएं। नाजिमे आला मुफ़्ती शाने आलम ने कहा कि आज जमाना तेज़ी के साथ बदल रहा है। हर कोई नई नई तकनीक से जुड रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए मदरसे में तकनीकी शिक्षा दिलाने को लेकर चर्चा की गई। वहीं मौलाना अफलाक रज़ा ने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि क्षेत्र में लड़कियों व लडकों को दुनियावी तालीम के साथ साथ दीनी तालीम से जोड़ा जाएगा ताकि समाज में सुधार पैदा हो। इस मौके पर जमील अन्सारी, आरिफ नूरी, शादाब रज़ा, रफीउददीन, अफजाल वेग, स्वाले अली, जावेद खां अकरम नूरी ताहिर हुसैन अन्जुमन रज़ा ए मुस्तफा के सदर जाहिद हुसैन कुरैशी, तहव्वर अली, सहित तमाम लोगों मौजूद थे।
रविवार को कस्बा में स्थित मदरसा जामिया हनफिया रजविया में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें दीनी शिक्षा को बढ़ावा देने और शिक्षा प्रप्ति के लिए लोगों को प्रेरित किया गया । मौलाना मुमताज हैदर ने कहा हिन्दुस्तान के 150 शहरों में पहले बदायूं दीनी तालीम से मशहूर था। लेकिन आज हमारा क्षेत्र दीनी तालीम में काफी पिछड़ा है उन्होंने उसैदुल हक कादरी बदायूंनी का जिक्रर करते हुए कहा कि उन्होंने बदायूं क्षेत्र में दीनी तालीम के साथ दुनियावी तालीम दिलाने के लिए काफी प्रयास किया आज भले ही वो हमारे बीच नहीं लेकिन उन्होंने एक मिसाल पेश की। बच्चों को दुनियावी तालीम के साथ दीनी तालीम जरूर दिलाएं। नाजिमे आला मुफ़्ती शाने आलम ने कहा कि आज जमाना तेज़ी के साथ बदल रहा है। हर कोई नई नई तकनीक से जुड रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए मदरसे में तकनीकी शिक्षा दिलाने को लेकर चर्चा की गई। वहीं मौलाना अफलाक रज़ा ने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि क्षेत्र में लड़कियों व लडकों को दुनियावी तालीम के साथ साथ दीनी तालीम से जोड़ा जाएगा ताकि समाज में सुधार पैदा हो। इस मौके पर जमील अन्सारी, आरिफ नूरी, शादाब रज़ा, रफीउददीन, अफजाल वेग, स्वाले अली, जावेद खां अकरम नूरी ताहिर हुसैन अन्जुमन रज़ा ए मुस्तफा के सदर जाहिद हुसैन कुरैशी, तहव्वर अली, सहित तमाम लोगों मौजूद थे।
सैदपुर के मदरसा जामिया हनफिया रिज़विया के कार्यक्रम में मौजूद उलेमा |
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