पुण्यतिथि पर याद किये गए शकील बदायूँनी / जनमत एक्सप्रेस
बदायूँ जनमत । आज के दिन (20 अप्रैल) दुनिया के मशहूर शायर और बदायूँ की शान शकील बदायूंनी साहब इस दुनिया ए फानी को छोड़कर चले गए थे, लेकिन आज भी बदायूँ वासियों की यादों में वो जिन्दा हैं । आज अल-बदायूँ पब्लिक स्कूल में शकुल बदायूंनी की याद मे एक गोष्ठी आयोजित की गई ।
इस अवसर पर आमिर सुल्तानी ने कहा कि शकील साहब जैसी शख्सियत युगों के बाद पैदा होती है शकील साहब बदायूँ के लोगों के दिलों में आज भी जिन्दा है जब जब उनके लिखे गीत के तराने गूजेंगे तब तब शकील साहब याद आते रहेंगे ।
शकील बदायूंनी साहब ने संगीत के क्षेत्र में भजन, गज़ल, कव्वाली, गीत सभी मे अपने कलम का जादू दिखाया। बदायूँ वासी हमेशा उनके ऋणी रहेंगे ।
इस अवसर पर अरशद रसूल ने भी अपने विचार व्यक्त किये इसके अलावा शहबाज हुसैन, गुड्डू गद्दी, मुनाजिर हुसैन, जुनैद सुल्तानी, सुहैल सैफी, रागिब अली, अजय दिवाकर, निर्दोष शर्मा आदि उपस्थित रहे ।
इस अवसर पर आमिर सुल्तानी ने कहा कि शकील साहब जैसी शख्सियत युगों के बाद पैदा होती है शकील साहब बदायूँ के लोगों के दिलों में आज भी जिन्दा है जब जब उनके लिखे गीत के तराने गूजेंगे तब तब शकील साहब याद आते रहेंगे ।
शकील बदायूंनी साहब ने संगीत के क्षेत्र में भजन, गज़ल, कव्वाली, गीत सभी मे अपने कलम का जादू दिखाया। बदायूँ वासी हमेशा उनके ऋणी रहेंगे ।
इस अवसर पर अरशद रसूल ने भी अपने विचार व्यक्त किये इसके अलावा शहबाज हुसैन, गुड्डू गद्दी, मुनाजिर हुसैन, जुनैद सुल्तानी, सुहैल सैफी, रागिब अली, अजय दिवाकर, निर्दोष शर्मा आदि उपस्थित रहे ।
शकील बदायूंनी : जनमत एक्सप्रेस । |
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