दुष्कर्म पीड़िताओं को इंंसाफ के लिए राजस्थान मुस्लिम परिषद के साथ सड़कों पर उतरे कई संगठन

मोहम्मद युसूफ मंसूरी ।
जोधपुर जनमत । देशभर मे बच्चियों व महिलाओं के साथ हो रही दुष्कर्म (बलात्कार) की घटनाओं को लेकर पूरे देश में विरोध का जबरदस्त माहौल है। प्रदेश के सभी जिलों में कई सामाजिक संगठनों द्वारा विरोध जताया जा रहा है। इसी कड़ी में कौम कुरैशियान और राजस्थान मुस्लिम परिषद जोधपुर ईकाई की ओर से सूरसागर चौराहे पर केंडल मार्च कर विरोध प्रदर्शन किया गया।
 कौम कुरैशियान सूरसागर के सदर आरिफ कुरैशी ने नाराजगी ज़ाहिर करते हुए बताया कि देश में नाबालिग बच्चियो एवं महीलाओं के साथ सामुहिक दुष्कर्म (बलात्कार ) मे दिन प्रतिदिन वृद्धि हो रही है। सामुहिक बलात्कार के दो मामलों मे विभत्सता ओर बर्बरता ने देश के संवेदनशील नागरिकों को हिला कर रख दिया ।
राजस्थान मुस्लिम परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष साजिद खान ने  सरकार से मांग की कि भारतीय दंड संहिता में संशोधन कर दुष्कर्म की न्यूनतम सजा फांसी की जाए एवं न्यायालय मे यह सुनिश्चित किया जाए कि अमानवीय बर्बरता करने वाले दरिंदों को मानवियता के आधार पर कोई छुट ना मिल पाए ।
परिषद के संस्थापक सदस्य मोहम्मद मोईनुद्दीन ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि कठुआ में  वकिलों द्वारा आरोपियों के समर्थन मे किया गया कार्य भी रेयरेस्ट ऑफ रेयर कि श्रेणी मे शामिल कर कडी से कडी सजा दी जावे व समर्थन करने वाले वकीलों का पंजीकरण निरस्त किया जावे ।
कैंडल मार्च में साजिद खान, शकील खान, बादशाह खान, समाज सेवी आरिफ़ कुरैशी व आसिफ कुरैशी, मोहम्मद अहसान, मोहम्मद अकील, आदिल, वसीम, शहजाद अली, शहबाज़, इस्लाम, मनीष चांवरिया, शैम चांवरिया, गिरीश लूणा पार्षद, चैनाराम मेधवाल, सुनील राम, हीरा चांवरिया, प्रकाश चांवरिया, ताराचंद मेघवाल, जहूर भाटी, साहिल, समीर सिकंदर आदि उपस्थित थे।
संस्थापक सदस्य मोहम्मद मोईनुद्दीन ने बताया कि उक्त मामले को लेकर राजस्थान मुस्लिम परिषद की ओर से शुक्रवार को दोपहर 3 बजे कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन और मांग पत्र सौंपा जायेगा।

जोधपुर (राजस्थान) में कैंडल मार्च निकालते हुए कार्यकर्ता : जनमत एक्सप्रेस ।


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