इस्लामिक इंटेलेक्चुअल बोर्ड ने ताजुश्शरिया मुफ्ती अख्तर रज़ा के लिए की दुआएं मगफिरत, कस्बों में बंदी
बदायूँ जनमत । जानशीने आला हज़रत हुजूर ताजुश्शरिया मुफ्ती अख्तर रज़ा खाँ अज़हरी मियाँ के लिए दुआएं मगफिरत का सिलसिला जारी है । आज दूसरे दिन जिले भर के अधिकतर स्कूल, मदरसे और बाजार बंद रहे । वहीं मुस्लिम उलेमाओं व तंजीमों ने हुजूर के लिए दुआएं मगफिरत की और इसाले सबाब के लिए फात्हाँख्वानी की गई ।
इस्लामिक इंटेलेक्चुअल बोर्ड ऑफ इण्डिया के जिला कार्यालय पर एक शोक सभा का आयोजन किया गया । जिसमें हुजूर ताजुश्शरिया मुफ्ती अख्तर रज़ा अज़हरी मियाँ के लिए दुआएं मगफिरत की गई । बोर्ड के नेशनल चेयरमैन मौलाना डॉक्टर यासीन अली उस्मानी ने कहा कि नबीरे आला हजरत मुफ्तीअख्तर रज़ा साहब कौम के लिए एक मार्गदर्शक थे । लाखों लोग और हजारों उलेमा उनसे दीनी फैज पाते थे । उनका विसाल केवल सुन्नियत ही नहीं बल्कि हर मुसलमान के लिए एक बड़ा सदमा है । आपकी कमी कौमो मिल्लत के लिए हमेशा खलेगी । हमारे सरों से बुजुर्गों का साया उठना किसी गम से कम नहीं है । अल्लाह से दुआ है कि वह हमारे सरों पर ऐसे बुजुर्गाने दीन का हमेशा साया रखे । शोक सभा में इसाले सबाब के लिए फात्हाँख्वानी की गई इसके बाद बोर्ड के सभी सदस्यों ने दुआएं मगफिरत की । इस मौके पर जिलाध्यक्ष हाजी मजहर हमीदी, जिला उपाध्यक्ष इबादुर्रहमान, जिला महासचिव अनस आफताब एडवोकेट, जिला सचिव सैय्यद शाहिद अली, मुहम्मद नज़र, साहिबे आलम, हाफिज सैय्यद जुबैर अली, हाफिज मुजफ्फर कादरी आदि मौजूद रहे ।
उधर कस्बा सैदपुर में नूरी रज़ा कालेज में दुआएं मगफिरत कराई गई । इसके बाद कालेज, स्कूल और मदरसे व दुकानें बंद रहीं । वहीं बिसौली, वजीरगंज, सहसवान, उसहैत आदि कस्बों में भी दुआएं मगफिरत का दौर चला । मस्जिदों में दुआ कराई गई ।
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