उसहैत : सोत नदी को खा गये माफिया अब बाढ़ का पानी घरों व स्कूलों में घुस रहा
बदायूँ जनमत । उसहैत नगर से गुजरने बाली सोत का अस्तित्व वर्षों पहले भूमाफियाओं द्वारा समाप्त कर दिया गया, अब अक्सर बरसात के समय सोत नदीं में बाढ़ का पानी आता है जिसे निकलने को जगह नहीं मिलती तो मजबूरन वह खेतों, घरों और स्कूलों आदि में घुसता फिरता है । लेकिन यहाँ सवाल तो यह बनता है कि कुछ तथाकथित जनप्रतिनिधियों और दबंग अफसरों व भूमाफिया के कुकर्मों की सज़ा आमजन क्यों भुगते..??
आपको बता दें कि वर्षों पहले एक तथाकथित चेयरमैन ने नगर विकास के पैसों से 60 लाख की रकम निकालकर सोत नदी को खाने की योजना बनाई । इस योजना में वह काफी हद तक सफल भी रहा । जानकारी के अनुसार उसने बाढ़ बचाओ कार्य के अनुसार सोत में करीब 60 लाख की लागत से एक दीवार खड़ी करा दी । योजना के अनुसार उस दीवार पर दुकानें व मकानात आवंटित कर दिये । आरोप है कि इस आवंटन प्रक्रिया में नगर पंचायत प्रशासन और जिला प्रशासन द्वारा मोटी रकम ली गई थी । आवंटन के बाद रही बची सोत नदी पर दबंगों ने कब्जा कर लिया । तभी से उसहैत में सोत नहीं का वर्चस्व ही समाप्त हो गया । अब वर्षों बाद सोत नदी में बाढ़ का आधिक पानी आया है, कब्जाई सोत नदी में अब पानी निकासी की जगह नहीं है । इसी कारण नदी का पानी अब खेतों, घरों और सरकारी स्कूलों में घुस रहा है ।
आज उसहैत नगर के जूनियर और माध्यमिक विद्यालय में नदी का पानी इस कदर भर गया कि अध्यापक और बच्चे शौचालय जाने तक को तरस गये । इसीलिए विद्यालय की आज समय से पहले छुट्टी करनी पड़ी । लेकिन समस्या यहीं समाप्त नहीं होती । कई ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब नगर पंचायत प्रशासन और जिला प्रशासन को देना चाहिए । सोत नदियों को कब्जा मुक्त कराने की योजनाएं और जनप्रतिनिधियों के दावे क्यों खोखले साबित हो रहे हैं...???
[एस०शाहिद अली, संपादक जनमत एक्सप्रेस]
मो० :- 9997667313
बदायूँ : उसहैत के जूनियर स्कूल में बाढ़ के पानी से गुजरते छात्र छात्राएं : जनमत एक्सप्रेस ।
आपको बता दें कि वर्षों पहले एक तथाकथित चेयरमैन ने नगर विकास के पैसों से 60 लाख की रकम निकालकर सोत नदी को खाने की योजना बनाई । इस योजना में वह काफी हद तक सफल भी रहा । जानकारी के अनुसार उसने बाढ़ बचाओ कार्य के अनुसार सोत में करीब 60 लाख की लागत से एक दीवार खड़ी करा दी । योजना के अनुसार उस दीवार पर दुकानें व मकानात आवंटित कर दिये । आरोप है कि इस आवंटन प्रक्रिया में नगर पंचायत प्रशासन और जिला प्रशासन द्वारा मोटी रकम ली गई थी । आवंटन के बाद रही बची सोत नदी पर दबंगों ने कब्जा कर लिया । तभी से उसहैत में सोत नहीं का वर्चस्व ही समाप्त हो गया । अब वर्षों बाद सोत नदी में बाढ़ का आधिक पानी आया है, कब्जाई सोत नदी में अब पानी निकासी की जगह नहीं है । इसी कारण नदी का पानी अब खेतों, घरों और सरकारी स्कूलों में घुस रहा है ।
आज उसहैत नगर के जूनियर और माध्यमिक विद्यालय में नदी का पानी इस कदर भर गया कि अध्यापक और बच्चे शौचालय जाने तक को तरस गये । इसीलिए विद्यालय की आज समय से पहले छुट्टी करनी पड़ी । लेकिन समस्या यहीं समाप्त नहीं होती । कई ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब नगर पंचायत प्रशासन और जिला प्रशासन को देना चाहिए । सोत नदियों को कब्जा मुक्त कराने की योजनाएं और जनप्रतिनिधियों के दावे क्यों खोखले साबित हो रहे हैं...???
[एस०शाहिद अली, संपादक जनमत एक्सप्रेस]
मो० :- 9997667313
बदायूँ : उसहैत के जूनियर स्कूल में बाढ़ के पानी से गुजरते छात्र छात्राएं : जनमत एक्सप्रेस ।
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