पुलिस द्वारा समाजसेवियों को गिरफ्तार करने के विरोध में राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा

बदायूँ जनमत । आज वृहस्पतिवार को इन्डियन बैकवर्ड यूथ और क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट गेट पर एक सभा का आयोजन किया । सभा के पश्चात माननीय राष्ट्रपति महोदय को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा ।
यह कार्यक्रम 28 अगस्त 2018 को पुलिस द्वारा महाराष्ट्र, हैदरावाद, दिल्ली, गोवा, झारखंड में छापामारी तथा मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, लेखकों, वकीलों, कवि आदि को गिरफ्तार करने के विरोध में किया गया । पुलिस द्वारा वकील और ट्रेड यूनियनिस्ट सुधा भारद्वाज, कवि वरवरा राव, गौतम नवलखा, वेंजल्विस और फरेरा को अनैतिक तरीके से गिरफ्तार किया गया था । इस पर वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान फासीवादी सरकार विरोध की हर आवाज को कुचल देना चाहती है । अब जैसे जैसे पूंजीवादी अर्थव्यवस्था संकट का शिकार हो रही है । बैसे बैसे शासक पूंजीपति वर्ग फासीवादी ताकतों को खुलकर खेलने का मौका दे रहा है । फासिवादी ताकते और उनके संगठन समाज में नफरत फैला रहे हैं । मॉब लिंचिंग की जा रही है । अल्पसंख्यकों, दलितों को निशाना बनाया जा रहा है । मज़दूरों, किसानों, कर्मचारियों पर हमले किये जा रहे हैं। जनविरोधी नीतियों द्वारा अधिकारों को खत्म किया जा रहा है। लेकिन इन व्यवस्था जन्य हमलो के खिलाफ जब इन्साफ पसंद ताकतें, क्रांतिकारी कवि, लेखक, मांनवधिकार कार्यकर्ता आवाज उठाते हैं और अपनी आवाज उत्पीड़न के खिलाफ बुलंद करते हैं तो सरकारों को परेशानी होतो है। सरकार इन इंसाफ पसंद लोगों को देशद्रोही करार देती हैं। दरअसल हम देखें तो आज इन पूंजीवादी सरकारों को जनता के हर हक की आवाज देश द्रोही दिखाई देती है। क्योंकि इन सरकारों और इनके चाटुकारों का देश तो सिर्फ पूंजीपति हैं और उनका मुनाफा और लूट जारी रखवाना ही इनका धर्म है। इस तरह पूँजी की लूट ,और अन्याय के खिलाफ उठने वाली हर आवाज को ये दवा देना चाहते हैं।
वर्तमान सरकार जनता के दिमाग में दहशत फैला रही है ।
इन मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और शोषित पीड़ित जनता की आवाज उठाने वाले लोगों की गिरफ्तारी मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन है । सरकार फर्जी देशभक्ति के नाम आम जनता के अधिकारों को धीरे धीरे रौंद रही है और खुद की कारगुजारियों को सही ठहराने के लिए आम मेहनतकश जनता और उसके लिए आवाज उठाने वालों को ही देश का दुश्मन साबित करने पर तुली है।कार्यक्रम मे उपस्थित मुस्लिम अंसारी (संस्थापक इंडियन बैकवर्ड यूथ) ने कहा कि  इतिहास गवाह है कि सच्चे देशभक्त वही हैं जो दिनरात फैक्ट्री, खेतो, ऑफिसों,कारखानों में काम करते हैं।उनके शोषण उत्पीडन के खिलाफ आवाज तो उठेगी ही। जबकि देश के दुश्मन वे हैं जो इस मेहनतकश तबके की कमाई को लूट कर खुद मालिक बन जाते हैं।और देश के संसाधनों को लूटकर पूँजी इकठ्ठा करने वाले तथा इनके सिस्टम को चलाने बाली पूंजीवादी सरकारें तथा इनकी पूंजीवादी राजनितिक पार्टियां यही सब मिलकर देश की जनता व देश के संसाधनों को लूट रहे हैं । इनकी इस लूट के खिलाफ जो लोग आवाज उठा रहे हैं। वही सच्चे देशभक्त है वही देश के मालिक हैं । सरकार की इन फासीवादी व अलोकतांत्रिक नीतियों का विरोध जारी रहेगा  । कार्यक्रम में सतीश, मुस्लिम अंसारी, कृष्ण गोपाल, ताबिश अंसारी, डॉ इक़बाल, सुरेश, मो तारिक, महेंद्र यादव, अमन पटेल आदि लोग शामिल रहे ।
जिलाधिकारी दिनेश कुमार को ज्ञापन सौंपते हुए कार्यकर्ता : जनमत एक्सप्रेस ।

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