पिटारी शरीफ में बाबा फरीद गंज शकर रहमातुल्लाह अलैहि के तबुर्रूकात की ज्यारत कराई
बदायूँ जनमत । हर साल की तरह आज मोहर्रम की 5 तारीख को शेखूपुर के इमामबाडे में पिटारी शरीफ में हज़रत फरीद गंज शकर रहमतुल्ललाह अलैहि के तबुर्रुकात की ज्यारत कराई गई । यहाँ बब्बू मियां, असलम फरीदी और चाँद फरीदी द्वारा ज्यारत कराई गई । साथ ही बीडीसी मेम्बर साकिब खान द्वारा ज्यारीनो को लंगर तकसीम किया गया ।
आपको बताते चले शेखूपुर के नबाब फरीद जो शाहजहां बादशाह के सगे साढू थे जिनकी बीबी परवर खानम शाहजहाँ की बीबी मुमताज की सगी बहन थी । यहाँ बाबा फरीद गंज शकर रहमतुल्ललाह अलैहि के तबुर्रुकात की ज्यारत 5 मुहर्रम और 6 मुहर्रम को करायी जाती है । तबुर्रुकात में हजरत अली का पंजा है, काबा शरीफ का गिलाफ, बाबा साहब की खडाऊ, आटा गूंदने की प्याला, तवा, इमाम आली मुकाम का मुंह ए मुबारक और हजरत हुसैन का रेशे मुबारक, बाबा फरीद का जुब्बा और बाबा साहब की दुआ से छाली पत्थर बन गई थी उसकी भी ज्यारत कराई जाती है । तबुर्रूकात को देखने के लिए बाहर से सैकड़ों का हुजूम आता है । लंगर का भी इंतजाम किया जाता है । खास बात यह है कि नबाब फरीद एक पिटारी में बक्सा में ये तबुर्रुकात सर पर रखकर पैदल लेकर आऐ थे । वह पाक पट्टन शरीफ से यहां (शेखूपुर) लाऐ थे ।
तबुर्रूकात का दीदार करते हुए लोग : जनमत एक्सप्रेस ।
आपको बताते चले शेखूपुर के नबाब फरीद जो शाहजहां बादशाह के सगे साढू थे जिनकी बीबी परवर खानम शाहजहाँ की बीबी मुमताज की सगी बहन थी । यहाँ बाबा फरीद गंज शकर रहमतुल्ललाह अलैहि के तबुर्रुकात की ज्यारत 5 मुहर्रम और 6 मुहर्रम को करायी जाती है । तबुर्रुकात में हजरत अली का पंजा है, काबा शरीफ का गिलाफ, बाबा साहब की खडाऊ, आटा गूंदने की प्याला, तवा, इमाम आली मुकाम का मुंह ए मुबारक और हजरत हुसैन का रेशे मुबारक, बाबा फरीद का जुब्बा और बाबा साहब की दुआ से छाली पत्थर बन गई थी उसकी भी ज्यारत कराई जाती है । तबुर्रूकात को देखने के लिए बाहर से सैकड़ों का हुजूम आता है । लंगर का भी इंतजाम किया जाता है । खास बात यह है कि नबाब फरीद एक पिटारी में बक्सा में ये तबुर्रुकात सर पर रखकर पैदल लेकर आऐ थे । वह पाक पट्टन शरीफ से यहां (शेखूपुर) लाऐ थे ।
तबुर्रूकात का दीदार करते हुए लोग : जनमत एक्सप्रेस ।
टिप्पणियाँ