JNU से लापता छात्र नजीब की 'अम्मी' फातिमा नफ़ीस को कांग्रेस का टिकिट, लेकिन मना किया
बदायूँ जनमत। दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से लापता हुए बदायूं के छात्र नजीब अहमद की अम्मी (माँ) को कांग्रेस टिकिट देकर चुनाव लड़ाने का मन बना चुकी थी। लेकिन, उन्होंने खुद मना कर दिया और फिर आखिर में आज बदायूं विधानसभा से रजनी सिंह का नाम घोषित कर दिया गया।
कांग्रेस पार्टी की यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने वादा किया है कि वह इस विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक टिकिट महिलाओं को देंगी। साथ ही उनका नारा "लड़की हूँ लड़ सकती हूँ" भी काफी चर्चित है।
जेएनयू से गायब बदायूं का छात्र नजीब अहमद का प्रकरण काफी चर्चा में रहा और आज भी है। आज भी नजीब की अम्मी फातिमा नफ़ीस अपने लाड़ले बेटे का इंतजार कर रही हैं। बता दें दिल्ली में प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने भी नजीब की अम्मी का खूब साथ दिया।
इस तमाम घटनाक्रम के चलते आज कांग्रेस पार्टी खुद नजीब के घर बदायूं आ पहुंची और नजीब की अम्मी फातिमा नफ़ीस को बदायूं सदर विधानसभा से कांग्रेस का उम्मीदवार घोषित करना चाहती थी। लेकिन, नजीब की अम्मी ने उनकी तबियत व अन्य परिस्थितियों को लेकर मना कर दिया। उन्होंने कहा कि वह चुनाव नहीं लड़ना चाहती। उन्हें आज भी अपने बेटे नजीब के घर लौटने का इंतज़ार है।
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