नोएडा नमाज़ प्रकरण :....तो सरकार भारतवासियों के संवैधानिक, धार्मिक अधिकारों का हनन कर रही है : मौलाना यासीन उस्मानी
बदायूँ जनमत । मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य, इस्लामिक इंटेलेक्चुअल बोर्ड ऑफ इण्डिया के नेशनल चेयरमैन और समाजवादी अल्पसंख्यक सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना डॉक्टर यासीन अली उस्मानी ने नोएडा के पार्क में नमाज पढ़ने के मामले में बयान जारी किया है ।
जिसमें उन्होंने कहा कि नोएडा के पार्क में नमाज पढ़ने पर जिला प्रशासन द्वारा पाबंदी लगाई गई है । उस आदेश में यह भी कहा गया है कि कंपनी के मुसलमानों ने अगर पार्क में नमाज पड़ी तो उसके लिए कंपनी जिम्मेदार होगी । उन्होंने कहा कि इस समाचार को पढ़कर आश्चर्य हुआ और ऐसा लगा कि किसी जुर्म को रोकने के लिए पाबंदी लगाई गई हो ।
जिला प्रशासन ने जो आदेश जारी किया है अगर उसमें सर्व समाज के लिए यह आदेश दिया जाता कि किसी भी समुदाय के लोगों द्वारा किसी भी प्रकार का धार्मिक कार्यक्रम किया गया तो वह सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के खिलाफवाजी है, तब जिला प्रशासन का यह आदेश न्याय पर आधारित समझा जाता । परन्तु केवल नमाज अदा करने पर पाबंदी लगाना और सुप्रीम कोर्ट का हवाला देकर मुसलमानों को नमाज न पढ़ने के लिए निर्देशित करना प्रशासन की संकोच विचारधारा और पक्षपात को प्रदर्शित करता है ।
प्रशासन द्वारा यह भी कहा जा सकता था कि कंपनी के मुस्लिम कर्मचारियों के लिए नमाज पढ़ने को कोई निश्चित स्थान न होने के कारण मजबूरी में पार्कों में नमाज अदा करते हैं अब मुसलमान अपनी नमाज के लिए जगह कायम कर लें और जब तक जगह कायम न हो पार्क में नमाज पढ़ने की अनुमति प्राप्त कर लें । तब इस आदेश को नियमानुसार समझा जाता । परन्तु भारत के संविधान ने अपने शहरीयों के लिए अपने अपने धर्म के अनुसार इबादत करने और जीवन व्यतीत करने की जो आजादी दी है । उस पर अचानक इस तरह पाबंदी लगाना जैसे कि वहाँ कोई कुसूर कर रहे हों, जिला प्रशासन का अन्यायपूर्ण रवैया ही समझा जायेगा ।
उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार से माँग करते हुए कहा है कि सरकार को नोएडा के जिला प्रशासन के इस आदेश पर नोटिस लेना चाहिए और शहरीयों के जो संवैधानिक, धार्मिक अधिकार हैं उनकी सुरक्षा को प्राथमिकता देना चाहिए । अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो वह इस आरोप से नहीं बच सकती कि वह भारतवासियों के संवैधानिक, धार्मिक अधिकारों की रक्षा करने के बजाय जानबूझकर उनका हनन कर रही है । साथ ही हर धार्मिक मामले को जन्म देकर सियासी रंग देना चाहती है । जिससे अपने मतदाताओं और समर्थकों को खुश करके राजनीतिक फायदा हासिल किया जा सके ।
मौलाना डॉक्टर यासीन अली उस्मानी : जनमत एक्सप्रेस । 9997667313 |
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