समझौता : मान सम्मान को ठेंस पहुँची इसलिए लौटा दिये सांसद धर्मेंद्र के चुनावी वाहन

बदायूँ जनमत । कल बुधवार को पूर्व सदर विधायक आबिद रज़ा और सांसद धर्मेंद्र यादव के बीच समझौता सार्वजनिक रूप से सामने आ गया । इससे शोसल मीडिया से लेकर सड़क तक विरोध होने लगा । समझौते से रुष्ट समाजवादी पार्टी के पदाधिकारियों ने सांसद धर्मेंद्र यादव द्वारा प्रचार को दिए गये वाहन तक लौटा दिये । साथ ही पदाधिकारियों ने यह भी कहा की बात अब मान सम्मान की है हम जनता के बीच जाकर उनके सवालों के जवाब नहीं दे सकते ।
समझौते को लेकर आज शाम सपा के दर्जनों पदाधिकारी और कार्यकर्ता समाजवादी अल्पसंख्यक सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना यासीन अली उस्मानी के आवास पर पहुँचें, जहाँ घंटों मंथन हुआ । कार्यकर्ताओं ने अपनी नाराजगी जाहिर की और राष्ट्रीय अध्यक्ष के समक्ष चुनावी वाहनों को लौटाने का ऐलान कर दिया ।
अल्पसंख्यक सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री उस्मानी के आवास पर पहुँचें अल्पसंख्यक सभा के प्रदेश सचिव और जिला पंचायत सदस्य हाफिज़ इरफान ने कहा कि हम अपने सम्मान से समझौता नहीं कर सकते । सांसद और विधायक के समझौते को लेकर जनता हमसे तरह तरह के सवाल कर रही है हम उन्हें क्या जवाब दें ? उन्होंने कहा कि खुदको मुसलमानों का हमदर्द कहने वाले और सांसद को गुस्ताख़ ए रसूल कहने वाले ने एक गुस्ताख़ ए रसूल को अपने दस्तरख़्वान पर बैठाकर खाना किस लिए खिलाया । उन्होंने यह भी कहा कि कायदे मिल्लत कह जाने वाले आज़म खाँ ने इसे छोटी लड़ाई कहकर खत्म करा दिया लेकिन हमारे लिए नबी की शान ही सब कुछ है हमारे लिए इससे बड़ी लड़ाई कोई और नहीं हो सकती ।

वहीं मुलायम सिंह यूथ बिग्रेड के जिलाध्यक्ष स्वाले चौधरी ने कहा कि अब कहाँ गये वो तमाम आरोप जो सांसद धर्मेंद यादव पर लगाये गये थे । उन्होंने कहा कि एक गुस्ताख़ ए रसूल की मदद करने वाले से किस शर्त पर समझौता कर लिया गया ? क्या मुसलमानों को कटुआ कहने वाला पार्टी से निकाला दिया गया ? क्या अंडरग्राउंड केबिल का मुद्दा अब खत्म हो गया या अब केबिल में करंट आना ही बंद हो गया ? क्या अब गाय और गंगा की परवाह खत्म हो गई ? 
उन्होंने कहा कि अपने निजी स्वार्थ के लिए जनता और खासकर मुसलमानों के जज्बातों से खेलना ओक्षी मानसिकता व गंदी राजनीति का संदेश है । वहीं समाजवादी अल्पसंख्यक सभा के प्रदेश सचिव मोतशाम सिद्दीकी, प्रदेश सचिव आमिर सुल्तानी, मुहम्मद मियाँ, स्वाले चौधरी ने सांसद धर्मेन्द्र यादव के चुनावी वाहनों को लौटाने और उनका चुनाव न लड़ाने का ऐलान किया । उन्होंने यह भी कहा कि जिले भर का मुसलमान खुद अपनी अंतरात्मा से सही और गलत का फैसला कर ले ।
इस मौके पर खेड़ा बुजुर्ग के लाला प्रधान, जिला सचिव सलीम अहमद, मुहम्मद नज़र प्रधान, साबिर नेता जी, फैज़ान आज़ाद, साहिबे आलम, सालिम रियाज, मजहर हमीदी एडवोकेट, फरहत सिद्दीकी, अनस आफताब एडवोकेट, अशरफ पीर जी, भूरे पीर जी, रिजवान गाजी, तस्लीम गाजी, जाबिर अली, मैराज चौधरी, शबाव चौधरी, आरिफ फरीदी, पप्पू, हारिश पठान, साजिद अली, सगीर अहमद, इमरान आदि लोग मौजूद रहे ।
समाजवादी अल्पसंख्यक सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आवास पर मंथन करते हुए सपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता : जनमत एक्सप्रेस ।

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