अंतिम संस्कार के बाद राजघाट गंगा में स्नान करते समय तीन डूबेे, बदायूं के युवक की मौत

बदायूँ जनमत । राजघाट गंगाघाट पर महिला के शव का अंतिम संस्कार करने के बाद गंगा स्नान करते समय बदायूं जिले के दो लोगों समेत तीन लोग गंगा में डूब गए। जिसमें से बदायूं जिले के एक युवक की मौत हो गई जबकि एक लापता है।
तीसरे युवक को बचा लिया गया है। गंगा में डूबे युवक को तलाशने के लिए गोताखोर जुटे हुए हैं। धनारी थाना इलाके के गांव खजरा-छपरा निवासी हरद्वारी की पत्नी चंद्रमुखी की बीमारी के चलते मंगलवार की सुबह को मौत हो गई थी। चंद्रमुखी के शव का अंतिम संस्कार करने के लिए परिजन राजघाट गंगाघाट पर ले गए थे। शव का अंतिम संस्कार करने के बाद सभी लोग गंगा में स्नान कर रहे थे।
गंगा स्नान करते समय बहजोई थाना इलाके के गांव पाठकपुर निवासी 18 वर्षीय लोकेश कुमार पुत्र विजयपाल सिंह गंगा में डूबने लगा। पास में ही स्नान कर रहे बदायूं जिले के उघैती थानाक्षेत्र के गांव रोनई निवासी नरेंद्र सिंह पुत्र जय सिंह ने लोकेश को गंगा में डूबते देखा तो बचाने का प्रयास किया, लेकिन पानी की रफ्तार तेज होने के कारण नरेंद्र और लोकेश दोनों ही गंगा में डूबने लगे।
यह देख बदायूं जिले के बिसौली थाना क्षेत्र गांव बंजरिया निवासी 32 वर्षीय राकेश पुत्र ताराचंद बचाने लगा। एक दूसरे को बचाने के प्रयास में तीनों युवक गंगा में डूब गए। मौके पर मौजूद लोगों के शोर मचाने पर गोताखोर गंगा में कूद पड़े और कड़ी मशक्कत के बाद नरेंद्र का सकुशल बाहर निकाल लिया। गोताखोरों ने घंटेभर बाद राकेश को भी बाहर निकाल लिया लेकिन जब तक बाहर निकाल पाते राकेश की मौत हो चुकी थी। सूचना मिलने पर पुलिस भी गंगाघाट पर पहुंच गई। गोताखोर दोपहर बाद तक लोकेश को खोजने में जुटे हुए थे।
बचाने के चक्कर में खुद डूब गया राकेश
गंगा में स्नान करते समय डूब रहे दो लोगों को बचाने का युवक ने प्रयास किया और एक युवक को बचाने में सफल हो गया लेकिन स्वयं गंगा में डूब गया और मौत हो गई। युवक की मौत पर परिवार में कोहराम मच गया। मंगलवार की दोपहर को खजरा छपरा निवासी चंद्रमुखी के शव का अंतिम संस्कार करने के बाद गंगा स्नान करते समय गंगा नरेंद्र व लौकेश को डूबता देखा तो बदायूं के बंजरिया निवासी राकेश ने बचाने का प्रयास किया।
राकेश ने गंगा में डूब रहे लौकेश व नरेंद्र को बचाने के लिए कड़ी मशक्कत की। कड़ी मशक्कत कर राकेश ने नरेंद्र को सकुशल बचा लिया लेकिन लोकेश को बचाने के प्रयास में स्वयं भी गंगा में डूब गया। गोताखोरों ने दोपहर बाद दो घंटे की कड़ी मशक्कत करने के बाद राकेश के शव को गंगा से बाहर निकाला तो शव देखने के लिए लोगों की भीड़ जुट गई।
राकेश के परिजनों को मौत की सूचना मिली तो परिवार में कोहराम मच गया। परिजन सूचना मिलते ही राजघाट गंगाघाट के लिए घर से रवाना हो गए। मृतक राकेश की पत्नी सुदामा के साथ ही चार बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। रात तक नहीं मिला लोकेश दोपहर के समय गंगा में डूबे लोकेश की तलाश में गोताखोर गंगा में खोजने में जुट गए लेकिन उसका कोई पता नहीं चल पाया।
सूचना मिलने पर लौकेश के परिजन गंगाघाट पर पहुंच गए और विलाप करने लगे। महिलाओं का विलाप देख गंगाघाट पर मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं। थाना पुलिस के साथ ही एसडीएम ओमवीर सिंह भी देर शाम तक गंगाघाट पर डटे रहे। लोकेश के पिता विजयपाल सिंह ने बताया कि चार बहनों के बीच अकेला बेटा था। गंगा पर जाने के लिए मना किया था लेकिन नहीं माना और गंगा नहाने आ गया।

गोताखोरों को मिला अज्ञात शव
राजघाट गंगाघाट पर मंगलवार की शाम को गोताखोर गंगा में डूबे लोकेश की तलाश करने में जुटे हुए थे। इसी दौरान गोताखोरों को एक युवक का शव मिला। युवक का शव मिलने पर गंगाघाट पर मौजूद लोकेश के परिजन दौड़कर पहुंचे लेकिन अज्ञात शव मिलने पर परिजनों को निराशा हाथ लगी। गंगाघाट पर मौजूद पुलिस ने अज्ञात शव को कब्जे में लेकर शिनाख्त कराने का प्रयास किया लेकिन शाम तक शव की शिनाख्त नहीं हो पाई।

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