गाँव में किसी की बुखार से मौत हुई तो आशा पर होगी कार्रवाई

बदायूँ जनमत । आशा एवं ग्राम प्रधान की जिम्मेदारी है कि गांव में कोई भी व्यक्ति बीमार पड़े तो उसे सीधे जिला अस्पताल लेकर आएं। कोई मरीज झोलाछाप के पास गया तो आशा की खैर नहीं। यदि कोई मृत्यु हुई तो आशा को बर्खास्त किया जाएगा ।
कलक्ट्रेट सभागार में डीएम दिनेश कुमार सिंह ने राष्ट्रीय वैक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम, द्वितीय संचारी रोग अभियान, संचारी रोग एवं दिमागी बुखार पर प्रभारी नियंत्रण एवं जिला स्तरीय टास्क फोर्स तथा जनपद स्तरीय नियोजन एवं समीक्षा बैठक की। बतादें कि बुखार से 109 गांवों में मौते हुई थीं तथा 300 गांवों में लोग इस बीमारी की चपेट में आ गए थे। डीएम ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए इन सभी गांवों में चिकित्सक जाकर लोगों को जागरुक करना शुरू कर दें। एमओआईसी को निर्देश दिए कि रोजाना दो गांवों में जाकर निरीक्षण अवश्य करें ।

उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति बीमार पड़े तो उसे सीधे जिला अस्पताल लेकर आएं। कोई मरीज झोलाछाप के पास गया तो आशा की खैर नहीं। यदि कोई मृत्यु हुई तो आशा को बर्खास्त किया जाएगा। सभी सीएचसी एवं पीएचसी में एसी लगाकर उसे मॉडल बार्ड बनाया जाए, जिसका निरीक्षण डीएम एक जुलाई से करेंगे।

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