वो दिल तो ब मिस्ले तैबा है जिस दिल में नबी की उल्फत है : हिलाल बदायूंनी
बदायूँ जनमत । बारह रबीउल अव्वल के मौके पर कस्बा वजीरगंज के मुस्लिमों ने मस्जिद पर इकठ्ठे होकर एक दुसरे को ईद मीलादुन्नबी की मुबारक बाद पेश की । इसके बाद पूर्व निर्धारित रास्तों पर हज़ारों लोगों की उपस्थिति में आकर्षक साज सज्जा व ट्रालियों से जुलूसे मुहम्मदी निकाला गया । पर्व पर लोगों ने जगह जगह खाने पीने के स्टाल लगाये एवं जुलूस में चल रहे लोगों पर पुष्पवर्षा कर शान्तिपूर्वक माहौल बनाये रखा ।
ईद मीलादुन्नबी पर सुबह से मुस्लिमों में अपने सरकार हज़रत मुहम्मद की पैदाइश को लेकर बड़ा ही जोश था । सुबह सुबह सभी लोग नए नए कपडे पहनकर हाथों में झन्डे लिए इकठ्ठा हुए । मदरसे में अन्य मस्जिदों के इमाम व उलेमाओं ने लोगों को मुहम्मद साहब की ज़िन्दगी के बारे में बताया व नेक राह पे चलने की हिदायत की । इसके बाद सभी लोग हाथों में जश्ने ईद मीलादुन्नबी के झंडे लेकर नात्ख्व्वानी करते हुए कब्रिस्तान मुमताज़ नगर चांद मस्जिद दरगाह हजरत सूफी सिब्ते अहमद मदरसा फैजाने हुज़ूर नयी बस्ती जंगपुरा मदरसा क़ादरी दारुल उलूम ईदगाह मो बनिया होकर इस्लामिया स्कूल वापस आये | जुलूस की समाप्ति पर फातिहा हुई और मुल्क में अमन चैन के लिए मखसूस दुआएं की गयीं । जुलूस के रास्ते पर लोगों ने पुष्प वर्षा कर व चौराहों तिराहों पर लंगर चाय शरबत हलवे खीर बिस्किट फल हलीम बिरयानी अदि के स्टाल लगाकर सवाब कमाया गया । इस मौके पर चेयरमैन उमर कुरैशी हाफिज ज़ीशान हाफ़िज़ इरशाद मौलाना शमीम खा ज़रगाम खा हिलाल बदायूँनी डा गुच्छन इरफ़ान मुन्ने पहलवान , ताहिर अंसारी सुलेमान अंसारी आले अहमद ज़ौक़ वज़ीरगंजवी असलम मुअज़्ज़िन आदि गणमान्यों के अलावा हज़ारों लोग मौजूद रहे ।
दरगाहों मस्जिदों में भी हुआ जश्न....
वजीरगंज । दरगाह हज़रत सूफी सिब्ते अहमद व मस्जिद रफीकुल औलिया जामा मस्जिद करीमी मदरसा इस्लामिया मदरसा हाफ़िज़ शहज़ाद क़ादरी दारुल उलूम चाँद मस्जिद एक मीनारा मस्जिद मदरसा फैजाने हुज़ूर आदि पर ईद मीलादुन्नबी के मौके पर पर आकर्षक सजावट की गयी | रात में नमाज़ इशा के बाद उलेमाए किराम शायरों नात्ख्वानों ने कलाम व ख़िताब से नवाज़ा ।
इस मौके पर मशहूर शायर हिलाल बदायूँनी ने कहा -
वो दिल तो ब मिस्ले तैबा है जिस दिल में नबी की उल्फत है ।
वो दिल नहीं मरता मरकर भी उस दिल मे हमेशा हरकत है ।
फातिहा के बाद मुल्क व कौम के लिए मखसूस दुआएं की गयीं व तबर्रुक तकसीम किया गया । मदरसा हाफिज शहजाद कादरी दारुल उलूम में जश्ने ईद मीलादुन्नबी पर इस्लामिक झंडा फहराया गया । मौलाना शमीम खान ने सरकारे दो आलम की पैदाइश के बारे में बताया । मस्जिद रफीकुल औलिया मस्जिद फारूकियान चाँद मस्जिद मदरसा इस्लामिया आदि में भी में जश्ने ईद मीलादुन्नबी पर नमाज़ के बाद से मीलाद ख्वानी व फातिहा हुई | ईद मीलादुन्नबी के मौके पर मस्जिद की भव्य सजावट की गयी व मस्जिद के इमाम ने दुआ फरमाई ।
ईद मीलादुन्नबी पर सुबह से मुस्लिमों में अपने सरकार हज़रत मुहम्मद की पैदाइश को लेकर बड़ा ही जोश था । सुबह सुबह सभी लोग नए नए कपडे पहनकर हाथों में झन्डे लिए इकठ्ठा हुए । मदरसे में अन्य मस्जिदों के इमाम व उलेमाओं ने लोगों को मुहम्मद साहब की ज़िन्दगी के बारे में बताया व नेक राह पे चलने की हिदायत की । इसके बाद सभी लोग हाथों में जश्ने ईद मीलादुन्नबी के झंडे लेकर नात्ख्व्वानी करते हुए कब्रिस्तान मुमताज़ नगर चांद मस्जिद दरगाह हजरत सूफी सिब्ते अहमद मदरसा फैजाने हुज़ूर नयी बस्ती जंगपुरा मदरसा क़ादरी दारुल उलूम ईदगाह मो बनिया होकर इस्लामिया स्कूल वापस आये | जुलूस की समाप्ति पर फातिहा हुई और मुल्क में अमन चैन के लिए मखसूस दुआएं की गयीं । जुलूस के रास्ते पर लोगों ने पुष्प वर्षा कर व चौराहों तिराहों पर लंगर चाय शरबत हलवे खीर बिस्किट फल हलीम बिरयानी अदि के स्टाल लगाकर सवाब कमाया गया । इस मौके पर चेयरमैन उमर कुरैशी हाफिज ज़ीशान हाफ़िज़ इरशाद मौलाना शमीम खा ज़रगाम खा हिलाल बदायूँनी डा गुच्छन इरफ़ान मुन्ने पहलवान , ताहिर अंसारी सुलेमान अंसारी आले अहमद ज़ौक़ वज़ीरगंजवी असलम मुअज़्ज़िन आदि गणमान्यों के अलावा हज़ारों लोग मौजूद रहे ।
दरगाहों मस्जिदों में भी हुआ जश्न....
वजीरगंज । दरगाह हज़रत सूफी सिब्ते अहमद व मस्जिद रफीकुल औलिया जामा मस्जिद करीमी मदरसा इस्लामिया मदरसा हाफ़िज़ शहज़ाद क़ादरी दारुल उलूम चाँद मस्जिद एक मीनारा मस्जिद मदरसा फैजाने हुज़ूर आदि पर ईद मीलादुन्नबी के मौके पर पर आकर्षक सजावट की गयी | रात में नमाज़ इशा के बाद उलेमाए किराम शायरों नात्ख्वानों ने कलाम व ख़िताब से नवाज़ा ।
इस मौके पर मशहूर शायर हिलाल बदायूँनी ने कहा -
वो दिल तो ब मिस्ले तैबा है जिस दिल में नबी की उल्फत है ।
वो दिल नहीं मरता मरकर भी उस दिल मे हमेशा हरकत है ।
बदायूं के वजीरगंज जुलूस में शामिल रोज़ा मुबारक |
फातिहा के बाद मुल्क व कौम के लिए मखसूस दुआएं की गयीं व तबर्रुक तकसीम किया गया । मदरसा हाफिज शहजाद कादरी दारुल उलूम में जश्ने ईद मीलादुन्नबी पर इस्लामिक झंडा फहराया गया । मौलाना शमीम खान ने सरकारे दो आलम की पैदाइश के बारे में बताया । मस्जिद रफीकुल औलिया मस्जिद फारूकियान चाँद मस्जिद मदरसा इस्लामिया आदि में भी में जश्ने ईद मीलादुन्नबी पर नमाज़ के बाद से मीलाद ख्वानी व फातिहा हुई | ईद मीलादुन्नबी के मौके पर मस्जिद की भव्य सजावट की गयी व मस्जिद के इमाम ने दुआ फरमाई ।
टिप्पणियाँ