क्राई - चाइल्ड राईट एंड यू द्वारा बाल दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन, दर्जनों बच्चों ने किया प्रतिभाग
बदायूँ जनमत । क्राई-चाइल्ड राईट एंड यू के सहयोग से समग्र विकास संस्थान के तत्वाधान में संस्था के प्रशासनिक कार्यालय पर बाल दिवस के उपलक्ष्य में बाल दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था अध्यक्ष राजकुमार शर्मा ने की ।
बाल दिवस कार्यक्रम में बच्चों के साथ निबन्ध लेखन, चित्रकला व सुलेख प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । जिसमे प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पाने वाले बच्चों को संस्था अध्यक्ष द्वारा पुरस्कृत किया गया । संस्था अध्यक्ष राजकुमार शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि 14 नवम्बर 1889 में हमारे स्वतंत्र देश के प्रथम प्रधानमंत्री पण्डित जवाहर लाल नेहरु का जन्म हुआ था । नेहरु जी को बचपन से ही बच्चों से स्नेह था । उनका मानना था कि बच्चे हमारे देश का भविष्य है इसलिए इनका सम्पूर्ण विकास होना ज़रूरी है । हमारे देश में 20 नवम्बर को बाल दिवस मनाया जाता था लेकिन 27 मई 1964 को नेहरु के देहांत के बाद से प्रत्येक वर्ष उनके जन्म दिवस (14 नवम्बर) पर हमारे देश में बाल दिवस मनाया जाने लगा । संस्था समन्वयक मो० हन्नान खान द्वारा उपस्थित बच्चों को बाल अधिकारों पर जानकारी देते हुए बताया गया कि 1989 में जेनेवे में हुए बाल अधिकार सम्मलेन में 4 बाल अधिकार (1- जीने का अधिकार 2- विकास का अधिकार 3- सुरक्षा का अधिकार 4- सहभागिता का अधिकार) निश्चित किये गये थे, जिस पर 11 नवम्बर 1992 को हमारे देश ने हस्ताक्षर कर अपनी सहमति जताई थी । इसके बाद चारों अधिकारों पर बिन्दुवार विस्तार से जानकारी दी गई ।
कार्यक्रम में हीरेन्द्र सिंह, रामवीर शर्मा, कुसुम महेश्वरी, उमराय सिंह, रूबी शाक्य, अनिल कुमार, कु० बुशरा, ज्ञयादीन शर्मा, कु० विनीता देवी का सहयोग रहा । कार्यक्रम में संस्था कार्यक्षेत्र के 22 ग्रामों के लगभग 50 बच्चों व उनके अभिभावकों द्वारा प्रतिभाग किया गया ।
बाल दिवस कार्यक्रम में बच्चों के साथ निबन्ध लेखन, चित्रकला व सुलेख प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । जिसमे प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पाने वाले बच्चों को संस्था अध्यक्ष द्वारा पुरस्कृत किया गया । संस्था अध्यक्ष राजकुमार शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि 14 नवम्बर 1889 में हमारे स्वतंत्र देश के प्रथम प्रधानमंत्री पण्डित जवाहर लाल नेहरु का जन्म हुआ था । नेहरु जी को बचपन से ही बच्चों से स्नेह था । उनका मानना था कि बच्चे हमारे देश का भविष्य है इसलिए इनका सम्पूर्ण विकास होना ज़रूरी है । हमारे देश में 20 नवम्बर को बाल दिवस मनाया जाता था लेकिन 27 मई 1964 को नेहरु के देहांत के बाद से प्रत्येक वर्ष उनके जन्म दिवस (14 नवम्बर) पर हमारे देश में बाल दिवस मनाया जाने लगा । संस्था समन्वयक मो० हन्नान खान द्वारा उपस्थित बच्चों को बाल अधिकारों पर जानकारी देते हुए बताया गया कि 1989 में जेनेवे में हुए बाल अधिकार सम्मलेन में 4 बाल अधिकार (1- जीने का अधिकार 2- विकास का अधिकार 3- सुरक्षा का अधिकार 4- सहभागिता का अधिकार) निश्चित किये गये थे, जिस पर 11 नवम्बर 1992 को हमारे देश ने हस्ताक्षर कर अपनी सहमति जताई थी । इसके बाद चारों अधिकारों पर बिन्दुवार विस्तार से जानकारी दी गई ।
कार्यक्रम में हीरेन्द्र सिंह, रामवीर शर्मा, कुसुम महेश्वरी, उमराय सिंह, रूबी शाक्य, अनिल कुमार, कु० बुशरा, ज्ञयादीन शर्मा, कु० विनीता देवी का सहयोग रहा । कार्यक्रम में संस्था कार्यक्षेत्र के 22 ग्रामों के लगभग 50 बच्चों व उनके अभिभावकों द्वारा प्रतिभाग किया गया ।
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