अफवाहों की चपेट में देश : कहीं सकलैन मियां और सालिम मियाँ के विसाल की अफ़वाह तो कहीं चली काली चाय

जनमत एक्सप्रेस । देश में कोरोना वायरस की दहशत ने जैसे जनता की सोचने और समझने की शक्ति को हीन कर दिया है । यह सब तब और भी संभव हो जाता है जब देश का प्रधान सेवक जनता से यह अपील करता है कि वह अपने अपने घरों के दरवाजे और बालकनी में खड़े होकर थाली और ताली बजायें । जिससे कोरोना जैसी बिमारी से लड़ने वाले योद्धाओं का अभिवादन किया जा सके । ऐसे में किसी भी अंधविश्वासी बात को आसानी से फैलाया जा सकता है ।
शायद यही कारण है कि रात बरेली मंडल सहित समस्त उत्तर प्रदेश में आज का सूर्य निकलने से पहले काली चाय पीने की अफवाह फैलाई गई । सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस अफवाह में बताया गया था कि आज (शनिवार) का सूर्य निकलने से पहले जो भी काली चाय पियेगा उसको कभी कोराना नहीं होगा । रात भर चली इस अफवाह की चपेट में आकर हजारों ऐसे लोगों ने भी काली चाय पी डाली जो सफेद चाय से भी परहेज रखते थे । 
अफवाह का पहिया केवल यहीं आकर नहीं रूका, एक ही रात में कई और अफवाहों को फैलाता हुआ यह और तेज दौड़ पड़ा । इसी बीच बरेली मंडल में मुस्लिम समाज में धार्मिक अफवाह भी फैलाई गई । जिसके चलते कहा गया कि खानकाहे शराफतिया बरेली के सज्जादानशीन हज़रत शाह मुहम्मद सकलैन मियां हुज़ूर का विसाल हो गया है तो कभी खानकाहे आलिया कादरिया बदायूं के सज्जादानशीन हज़रत सालिमुल कादरी के विसाल की अफ़वाह फैलाई गई । इस अफवाह हजारों लाखों मुरीदैनों में खलबली मच उठी और रात भर फोन की घंटिया घनघनाने लगीं । सुबह तड़के सकलैन मियां के भाई मुमताज़ मियाँ ने एक वीडियो जारी कर इस अफवाह का खंडन किया । उन्होंने कहा कि मियां हुज़ूर बिलकुल सही सलामत हैं । आप लोग ऐसी अफवाहों पर ध्यान न दें । अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई कराई जायेगी । तब कहीं जाकर मुरीदों का सुकून मिला । 
इससे एक बात तो सिद्ध हो गई कि हमारा देश तेजी से अफवाहों की चपेट में आ रहा है । समय रहते इस पर अंकुश नहीं लगा तो परिणाम कुछ भी हो सकते हैं ।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

हैरतअंगेज: सब्जी में थूक लगाने की घटना पुलिस की ही थी साजिश, जांच के बाद दोषी सिपाही निलंबित

दबंग कांस्टेबल ने फिर कराई उसहैत पुलिस की फजीहत आधा दर्जन व्यापारियों को पीटा, बच्ची को फेंका

जश्ने शाह शराफत : तीन तलाक और परिवार विवाद से बचे मुसलमान - सकलैन मियाँ हुजूर