बदायूं : सड़क किनारे पड़ा मिला नवजात शिशु की उपचार के अभाव में मौत
बदायूँ जनमत । आज फिर किसी माँ ने कलयुगी होने का सबूत दिया, किसी ने अपने जिगर के टुकड़े नवजात शिशु (लड़की) को सड़क किनारे फेंक दिया। उधर से गुजरे राहगीर ने बच्ची को उठाकर मंदिर के पुजारी को सौंप दिया। वहां से चाइल्ड हेल्पलाइन को फोन किया गया। मौके पर पहुंच हेल्पलाइन की टीम ने नवजात शिशु को अपनी सुपुर्दगी में लेकर उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आई। जहाँ डॉक्टर के न होने पर बच्ची ने दम तोड़ दिया।
जानकारी के अनुसार उसहैत कादरचौक रोड़ पर ग्राम हरेंडी के पास किसी ने सड़क किनारे कपड़े में लिपेट कर एक नवजात शिशु फेंक दिया। वहां से गुजरे एक राहगीर ने उसे उठाकर गाँव के मंदिर के पुजारी को सौंप दिया। वहाँ से किसी ने चाइल्ड हेल्पलाइन के टोलफ्री नंबर 1098 पर फोन कर नवजात शिशु के मिलने की सूचना दी। सूचना पर पहुंची चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम ने नवजात बच्ची को अपने कब्जे में लेकर प्राथमिक उपचार के लिए उसे उसहैत स्वास्थ्य केंद्र लेकर आई। स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर न होने पर बच्ची को कोई उपचार नहीं मिल सका। इसके बाद बच्ची को तत्काल जिला मुख्यालय ले जाने की कोशिश की गई। इसके लिए एम्बुलेंस का (108) नंबर डायल किया गया। काफी देर बाद लगे 108 नंबर पर एम्बुलेंस के ड्राइवर ने पहले तो इस मामले को सुनकर आने से मना कर दिया फिर काफी देर बाद उसने आधा घंटे के बाद पहुँचने की बात कही । उधर तब तक बच्ची ने दम तोड़ दिया। लोगों का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी के चलते नवजात की जान चली गई, अगर समय रहते उसे उपचार मिल जाता तो शायद शिशु को बचाया जा सकता था।
जानकारी के अनुसार उसहैत कादरचौक रोड़ पर ग्राम हरेंडी के पास किसी ने सड़क किनारे कपड़े में लिपेट कर एक नवजात शिशु फेंक दिया। वहां से गुजरे एक राहगीर ने उसे उठाकर गाँव के मंदिर के पुजारी को सौंप दिया। वहाँ से किसी ने चाइल्ड हेल्पलाइन के टोलफ्री नंबर 1098 पर फोन कर नवजात शिशु के मिलने की सूचना दी। सूचना पर पहुंची चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम ने नवजात बच्ची को अपने कब्जे में लेकर प्राथमिक उपचार के लिए उसे उसहैत स्वास्थ्य केंद्र लेकर आई। स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर न होने पर बच्ची को कोई उपचार नहीं मिल सका। इसके बाद बच्ची को तत्काल जिला मुख्यालय ले जाने की कोशिश की गई। इसके लिए एम्बुलेंस का (108) नंबर डायल किया गया। काफी देर बाद लगे 108 नंबर पर एम्बुलेंस के ड्राइवर ने पहले तो इस मामले को सुनकर आने से मना कर दिया फिर काफी देर बाद उसने आधा घंटे के बाद पहुँचने की बात कही । उधर तब तक बच्ची ने दम तोड़ दिया। लोगों का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी के चलते नवजात की जान चली गई, अगर समय रहते उसे उपचार मिल जाता तो शायद शिशु को बचाया जा सकता था।
सड़क किनारे पड़ी मिली नवजात बच्ची : जनमत एक्सप्रेस न्यूज। 9997667313 |
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