वाह रे सिस्टम: लेखपाल की गाड़ी का पुलिस ने काटा चालान, उधर एसडीएम ने रोका वेतन

बदायूँ जनमत । जिला प्रशासनिक व्यवस्था की जितनी तारीफ की जाये वह कम होगी क्योंकि, यहाँ पास धारक अगर सरकारी काम से जाता है तो उसका चालान काट दिया जाता है और अगर लॉकडाउन का पालन करने और चालान कटने के डर से वह न जाये तो उसका वेतन काट दिया जाता है। ऐसे में कर्मचारी करें भी तो क्या..??
मामला सदर तहसील से जुड़ा हुआ है यहाँ पर तैनात लेखपाल देवेश कुमार शर्मा की 17 अप्रैल को नौशेरा में राशन वितरण अधिकारी के तौर पर ड्यूटी लगाई गई थी। उनके अनुसार उनके पास उनके लेखपाल होने का आई कार्ड और उनकी चौपहिया गाड़ी का भी पास बना हुआ था। वह 17 अप्रैल को नौशेरा राशन वितरण कराने जा रहे थे वहीं, शहर में तैनात पुलिसकर्मियों ने उनकी गाड़ी का अॉनलाइन 1000 रुपये का चालान काट दिया। इसके बावजूद वह राशन वितरण कराने को नौशेरा पहुंचे और राशन वितरण कराया। 

लेखपाल देवेश शर्मा आज चालान कटने के डर से अपने घर से नहीं निकले, आज ही डीएम ने नौशेरा सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान का औचक निरीक्षण कर डाला। लेखपाल अनुपस्थित पाये गये। जिसके चलते एसडीएम सदर पारसनाथ ने 17 अप्रैल से 25 अप्रैल तक का लेखपाल का वेतन रोकने और स्पष्टीकरण देने का आदेश जारी कर दिया।
उधर पीड़ित लेखपाल का कहना है कि ऐसे में वह करे तो क्या करे। इधर घर निकलने पर उनकी गाड़ी का पुलिस द्वारा चालान काट दिया जाता है और उधर अधिकारियों द्वारा उनका वेतन रोक दिया जाता है। इस मामले को लेखपाल संघ ने गंभीरता से लिया है। उसने लेखपाल को निर्दोष बताते हुए चालान काटने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। 
एसडीएम द्वारा जारी किया गया नोटिस : जनमत एक्सप्रेस न्यूज। 9997667313

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