कोरोना योद्धा: आइसोलेशन वार्ड में तैनात कांस्टेबल इकरार अली, लोगों को मास्क और साबुन खरीदकर देना बनी दिनचर्या

बदायूँ जनमत। जिला अस्पताल चौकी पर तैनात कांस्टेबल इकरार अली खाँ इंसानियत के लिए मिसाल बन चुके हैं। कोरोना महामारी के चलते वह कोरोना आइसोलेशन वार्ड में अपनी ड्यूटी को अंजाम तो देते ही हैं साथ ही हर रोज़ जरूरतमंदों को अपनी जेब से साबुन और मास्क खरीदकर देना उनकी दिनचर्या बन चुकी है। 
मूलरूप से जिला पीलीभीत के कस्बा जहानाबाद के रहने वाले इकरार अली खाँ की 1990 में पहली पोस्टिंग रामपुर में हुई थी। वह पिछले ढ़ाई वर्षों से बदायूं जिला अस्पताल चौकी पर हैड़ कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं। अपनी इंसानियत और फर्ज को बखूबी निभाने पर इन दिनों वह काफी चर्चाओं में हैं। 
कोरोना महामारी के चलते वह जिला अस्पताल में मरीजों आदि के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने में लगे रहते हैं। वहीं लोगों को हर हाल में मास्क लगाने के लिए जागरूक भी करते हैं। इसके अलावा इकरार अली खाँ हर रोज़ दर्जनों जरूरतमंदों को अपने पैसों से मास्क और साबुन खरीदकर देते हैं। लोगों का कहना है कि रोज़ाना यह सब करना कांस्टेबल इकरार अली खाँ की दिनचर्या बन चुकी है। अपनी इंसानियत और नेकदिल होने की वजह से इकरार अली लोगों के दिलों में घर बना चुके हैं। कांस्टेबल इकरार अली के इस नेक काम से लोगों के साथ साथ बर्दी भी फख्र महसूस करती है। 
कोरोना आइसोलेशन वार्ड में तैनात हैड कांस्टेबल इकरार अली खाँ : जनमत एक्सप्रेस न्यूज़। 9997667313

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