पैगंबरे इस्लाम मोहम्मद सल्ल• पर बनी फिल्म का उलेमा मशाइख बोर्ड ने किया विरोध, भारत में प्रदर्शन पर रोक की मांग
जनमत एक्सप्रेस। अॉल इण्डिया उलेमा मशाइख बोर्ड और वर्ड सूफी फोरम के चेयरमैन हज़रत सैय्यद शाह मोहम्मद अशरफ अशरफ़ी किछौछवी ने ईरान के फिल्म निर्देशक द्वारा पैगम्बरे इस्लाम (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) पर निर्मित फिल्म को भारत में प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाये जाने की मांग की है।
उन्होंने प्रधानमंत्री, माननीय मुख्य न्यायाधीश सर्वोच्च न्यायालय, गृहमंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री भारत सरकार को पत्र लिखकर कहा है कि ईरान के एक फिल्म निर्देशक माजिद मजीदी द्वारा 2015 में निर्मित फिल्म "मुहम्मद द मैसेंजर ऑफ गॉड" का प्रदर्शन भारत में 12 जुलाई 2020 से किया जाना प्रस्तावित है, भारत के सूफ़ी सुन्नी मुसलमानों जिनकी संख्या भारत के कुल मुसलमानों की आबादी का 85% है का प्रतिनिधित्व करने वाली सबसे बड़ी संस्था आल इंडिया उलमा व मशाईख बोर्ड फिल्म के भारत में प्रदर्शित किए जाने का विरोध करती है। क्योंकि मुसलमानों में पैगम्बर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की तस्वीर बनाना या उनका चित्रण किया जाना पूर्णतया हराम है। अतः इस प्रकार कोई फिल्म बनाकर भारत के मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। इससे पहले भी कई बार कई देशों में कार्टून बनाकर ऐसा करने का प्रयास किया गया जिसके बाद उसका व्यापक विरोध पूरे विश्व में हुआ।
मुसलमान अपने नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की शान में कोई भी गुस्ताखी बर्दाश्त नहीं कर सकता यही उसका धर्म है। अतः भारतीय मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली इस फिल्म पर तुरंत रोक लगाई जाये। इसका किसी भी कीमत पर भारत में प्रदर्शन न होने दिया जाये। क्योंकि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर यह सीधे तौर पर देश के मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने की घिनौनी साजिश है। इस फिल्म का विरोध मुसलमानों के हर पंथ से हो रहा है और यह इस्लाम के मूल विचार पर कुठाराघात है ।
अतः आपसे निवेदन है कि तुरंत इस फिल्म के प्रसारण और प्रदर्शन पर रोक लगाई जाये एवं इसको प्रतिबंधित किया जाये।
अॉल इंडिया उलेमा मशाइख बोर्ड द्वारा सूचना मंत्रालय को लिखा गया पत्र : जनमत एक्सप्रेस न्यूज़। 9997667313 |
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