कोरोना से मुल्क की सलामती की दुआ के साथ 634 वें उर्से मखदुमी का समापन - Janmat Express

बदायूँ जनमत। ख़ानक़ाह ए अशरफिया शैख़ ए आज़म सरकारे कलाँ किछौछा शरीफ में 634वें उर्से मखदूम अशरफ जहाँगीर सीमनानी र.अ. सादगी के साथ समापन हुआ।  वर्ल्ड सूफी फोरम के चेयरमैन एवं ऑल इंडिया उलमा मशाइख़ बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष हज़रत सैय्यद मोहम्मद अशरफ किछौछवी साहब ने कोविड 19 के प्रोटोकाल व सरकारी गाइड लाइन पर अमल करते हुवे सीमित संख्या में अपनी ख़ानक़ाह पर इस कार्यक्रम को जारी रखा। आखिर में हुजूर साहिबे सज्जादा हज़रत सैय्यद महमूद अशरफ अशरफी जीलानी साहब ने फातेहा पढ़ कर पूरी आलमे इंसानियत को कोरोना जैसी मोहलिक बीमारी से हिफाज़त की ख़ुसूसी दुआ के साथ मुल्क में आपसी भाईचारा और मुल्क की तरक़्क़ी व सलामती की दुआ मांगी।


इस मौके पर ख़ानदाने अशरफिया के सदस्य और चन्द अक़ीदतमन्द भी मौजूद रहे। जिसमे हज़रत सय्यद आलमगीर अशरफ आशरफी जीलानी, हजरत सय्यद हम्माद अशरफ अशरफी जीलानी, हज़रत सय्यद हसन कमाल अशरफ अशरफी जीलानी, सय्यद मोहम्मद अशरफ अशरफी जीलानी, सय्यद नवाज़ अशरफ अशरफी जीलानी, सय्यद नासिर अशरफ अशरफी जीलानी, मौलाना मुख्तार अशरफ देहलवी, मास्टर शमीम अशरफी नौतनवां, नफीस भाई ख़ादिम अजीम अशरफ कारी इऱफान अशरफी, शहजादे अशरफी मौजूद रहे। दुआ के बाद नफीस भाई ख़ादिम व हाजी शकील साहब ने अपनी टीम के साथ ग़रीबो और मुसाफिरों में मख्दूमी लंगर बांटे।

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