कृषि विधेयक किसानों के खिलाफ एक साजिश : हाफिज इरफान
बदायूँ जनमत। कृषि विधेयक के विरोध में तमाम किसान एवं सामाजिक संगठनों, राजनीतिक दलों का आज भारत बंद का आह्वान था। इसके चलते सहसवान में जिला पंचायत सदस्य व समाजसेवी हाफिज इरफान ने बंद का समर्थन किया। उन्होंने कहा "भारत का इतिहास और भविष्य किसान के बिना अधूरा है किसान प्रधान देश में किसानों के लिए कानून बनाया जाए और उन से बिना बात किए बिना सहमति लिए और राज्यसभा से अलोकतांत्रिक तरीके से अगर पास कर दिया जाए तो इस से किसान प्रधान देश में कृषि विधेयक को किसानों के खिलाफ एक साजिश ही कहा जाएगा"
उन्होंने कहा कि "सबसे महत्वपूर्ण आपत्ति न्यूनतम समर्थन मूल्य पर है. सरकार ने कह दिया कि एमएसपी बंद नहीं करेंगे, लेकिन तब ये बात बिल में क्यों नहीं लिखी ?
हाफ़िज़ इरफान ने कहा कि ये कहना कि अब किसान कहीं भी अपना उत्पाद बेच सकता है, एक गुमराह करने वाली बात है क्योंकि किसान पर ऐसी कोई पाबंदी कभी थी ही नहीं, तो मुक्ति किस बात की. मामला बड़ी कम्पनियों से जुड़ा है. बड़ी कम्पनियां आएंगी और बड़े स्तर पर स्टॉक करेंगी. जब किसानों के लिए फसल बेचने का समय आएगा तो बाज़ार का रेट गिरा दिया जाएगा और ख़रीद हो जाने पर दाम बढ़ाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पूरे भारतवर्ष का किसान चीख चीख कर इस बिल का विरोध कर रहा है तो सिर्फ पूजीपतियों को खुश करने के लिए इस को लागू न किया जाए वर्ना इस देश के अन्नदाता जो पहले से ही महंगाई और अनुसंसाधनों की कमी की मार झेल रहा है उसका क्या होगा। इस मोक़े पर मुनाजिर हुसैन, इशरत अली, फईम गौरी, कारी राशिद, प्रकाश, अलबख्श खान आदि मौजूद रहे।
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