सरकारों की नीतियों से किसानों व श्रमिको के हितों को गहरा आघात लगा है : प्रेमपाल
बदायूँ जनमत। समाजवादी पार्टी के प्रांतीय आवाहन पर आज सपा जिलाध्यक्ष प्रेमपाल सिंह यादव के नेतृत्व में किसान एवं श्रमिक विरोधी विधेयकों के विरोध में व उनको वापस किये जाने की मांग को लेकर एक ज्ञापन जिलाधिकरी के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को सौंपा।
इस मौके पर सपा जिलाध्यक्ष प्रेमपाल सिंह ने कहा कि केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकारों की नीतियों से किसानों व श्रमिको के हितों को गहरा आघात लगा है इन नीतियों से बड़े बड़े कारपोरेट घरानों को ही लाभ मिलेगा जबकि किसानों व श्रमिकों की बदहाली और अधिक बढ़ेगी, कृषि और किसान के साथ साथ श्रमिक भी कठिन समय मे देश की अर्थवव्यस्था संभालता है परंतु अब अन्नदाता को ही हर प्रकार से उत्पीड़न कर शिकार बनाया जा रहा है यदि समय रहते कृषि व श्रमिक के कानूनों को वापस नही लिया गया तो प्रदेश में खेती बर्बाद हो जाएगी और श्रमिक बंधुआ मजदूर बनकर रह जाएंगे। भाजपा सरकारें वर्तमान समय मे किसानों और श्रमिको के मनोबल तोड़ने और असहाय बनाने की साजिश में जुट गई है।इससे स्पष्ट होता है कि किसानों को फायदा पहुचाने और श्रमिकों के उत्थान के भाजपा सरकारों के वादे सिर्फ झूठ का पुलिंदा साबित हुई है। आमजनता में केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकारों के खिलाफ आक्रोश बढ़ गया है व आने वाले समय मे ऐसी झूठ प्रपंच वाली सरकारों को हटा कर ही दम लेगी।
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