लाइसेंस धारक मीट विक्रेता को तीन दिन थाने में बैठाकर चाकू में किया चालान, वजीरगंज पुलिस के खिलाफ DM से मिलेंगे लोग
बदायूँ जनमत। यूपी में पुलिस मनमाना रवैय अपना कर पहले ही बदनाम है। अब वजीरगंज पुलिस की एक ओछी हरकत ने लोगों में रोष पैदा कर दिया है। इससे पुलिस से नाराज लोग डीएम से मिलकर अपना दुखडा़ रोने की तैयारी में हैं। मामला थाना वजीरगंज के कस्बा सैदपुर का है। सोमवार को वजीरगंज पुलिस ने कस्बा सैदपुर के एक मीट विक्रेता को उस समय हिरासत में ले लिया जिस समय वह दुकान पर मीट बना रहा था। पुलिस उसे थाने ले आयी, आरोप है कि उसे तीन दिन तक थाने में बैठ रखा। बुधवार को पुलिस ने उसे चाकू में जेल भेज दिया। पुलिस कि इस कार्यवाही से मीट के लाइसेंस धारकों में खौफ़ बना हुआ है, जिसके चलते आज भी मीट की दुकाने बंद रहीं।
कस्बा में तकरीबन दर्जनभर मीट व चिकन लाइसेंस धारक हैं। सोमवार को कस्बा के मोहल्ला कुरैशियान निवासी कमर पुत्र असलम अपनी मीट की दुकान पर था उसे शादी समरोह में मीट देना था। जिसको लेकर उसने कस्बा के अन्य मीट विक्रेता के सहयोग से बदायूं के मीट सप्लायर से मीट अपनी दुकान पर उतरवा लिया। इसी दौरान कुछ ग्राहक मीट लेने आ गए, तभी हल्का इंचार्ज संजय कुमार व सिपाही अकित सरोही भी दुकान पर पहुचें और मीट विक्रेता कमर को हिरासत में लिया। उसे थाने ले गये। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उसे तीन दिन तक थाने में बैठा रखा। आज तीन दिन बाद पुलिस ने उसे नाजायज चाकू में जेल भेजा है। पुलिस कि इस कार्यवाही से लाइसेंस धारक मीट विक्रेताओ में खौफ़ बना है। जिसके चलते सभी मीट की दुकाने बंद रहीं।
उधर पुलिस का कहना है कि उसकी लाइसेंस कि अबधि खत्म हो चुकी थी। जबकि लाइसेंस धारकों का कहना है कि लाकडाउन की वजह से लाइसेंस कि अबधि अभी दिसम्बर तक मान है। फ़िलहाल पुलिस की इस कर्यवाही से लाइसेंस धारकों में खौफ़ बना हुआ है। इस सम्बन्ध में थानाध्यक्ष अमित कुमार से बात नही हो सकी। इधर जल्द ही कस्बा के मीट लाइसेंस धारक इस कार्यवाही को लेकर डीएम से मुलाकात कर इस समस्या से अवगत करायेंगे।
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