लाइव जनमत : बहुमत से सिर्फ छह कदम दूर बाइडन, ट्रंप ने कहा- वोटों की गिनती रोको - Janmat Express

वाशिंगटन जनमत। दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव की वोटों की गिनती जारी है। राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी की ओर से वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से पूर्व उपराष्ट्रपति जो बिडेन मैदान में हैं। बाइडन बहुमत के करीब पहुंच चुके हैं। 538 इलेक्टोरल वोट्स में से बहुमत के लिए 270 वोट्स की जरूरत है। फिलहाल, बाइडन के हिस्से 264 इलेक्टोरल वोट्स, जबकि ट्रंप के पास सिर्फ 214 वोट्स हैं। बाइडन बहुमत के आंकड़े (270) से सिर्फ 6 वोट्स दूर हैं। हालांकि, अभी कई प्रमुख राज्यों में नतीजे आने बाकी हैं। वहीं, ट्रंप ने वोटों की गिनती पर सवाल उठाया है। इसके लिए ट्रंप सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं। ट्रंप ने ट्वीट कर कहा, कल जहां हम जीत रहे थे, वहां अचानक पीछे कैसे हो गए। पिछली रात मैं मजबूती के साथ लीड कर रहा था। कई राज्यों में डेमोक्रेट ने मतगणना पर कंट्रोल किया। वहीं, बिडेन ने कहा है कि हमें पूरा भरोसा है कि जीत हमारी ही होगी। मगर ये सिर्फ हमारी अकेले की जीत नहीं होगी। यह जीत अमेरिकी लोगों की होगी, हमारे लोकतंत्र की होगी, अमेरिका की होगी। दूसरी तरफ, ट्रंप के चुनावी अभियान ने पेंसिल्वेनिया, मिशीगन और जॉर्जिया सरकार पर मुकदमा दायर किया है। इन राज्यों में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप अपने प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन से पीछे रह गए हैं।

वोटों की गिनती रोको-ट्रंप
मतगणना के बीच डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर कहा, 'वोटों की गिनती रोको।' वहीं, ओबामा की एक और विरासत एफॉरडेबल केयर एक्ट है, जिसे ओबामा केयर भी कहा जाता है। इसके तहत हर अमेरिकी नागरिक के लिए मेडिकल बीमा का प्रावधान किया गया था। ये विरासत भी अगले हफ्ते दांव पर होगी, जब इसे दी गई चुनौती पर सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला देगा। सुप्रीम कोर्ट में कंजरवेटिव जजों की भरमार को देखते हुए ज्यादा संभावना यही है कि कोर्ट इस कानून को रद्द कर देगा।

डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवारों को तगड़ा धक्का लगा है

इस बार हुए संसदीय चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवारों को तगड़ा धक्का लगा है। अमेरिका में प्रावधान यह है कि कोई अंतरराष्ट्रीय संधि तभी लागू हो पाती है, जब ऊपरी सदन सीनेट उसे पास कर दे। नई परिस्थितियों में अगर संभावित बाइडन प्रशासन पेरिस संधि में फिर से अपने देश को शामिल करता है, तब भी उसका संसदीय अनुमोदन करवा पाना उसके लिए बहुत मुश्किल होगा। 

इन दोनों मामलों में वापसी आसान नहीं होगी

राष्ट्रपति चुनाव की मतगणना में आगे चल रहे डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडन अगर सचमुच जीत जाते हैं, तो उनके लिए इन दोनों मामलों में वापसी आसान नहीं होगी। पहला पेरिस संधि और दूसरा एफॉरडेबल केयर एक्ट। 

हर वोट की गिनती होनी चाहिए- जो बाइडन

डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडन ने मतगणना के बीच ट्वीट कर कहा है कि हर वोट की गिनती होनी चाहिए।
अब तक 50 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है
अभी तक आए नतीजों के बीच अमेरिका के कई राज्यों में ट्रंप समर्थक और विरोधियों ने हिंसक प्रदर्शन किया। अब तक 50 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

ट्रंप अगर यह चुनाव हार जाते हैं तो...

अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अगर यह चुनाव हार जाते हैं तो वह पिछले तीन दशक के पहले ऐसे अमेरिकी राष्ट्रपति बन जाएंगे जिसे दूसरे कार्यकाल के लिए चुनाव में हार का सामना करना पड़ा हो। इससे पहले साल 1992 में जॉर्ज डब्ल्यू बुश दूसरे कार्यकाल के लिए जीत हासिल करने में नाकाम साबित हुए थे, जब उनके विपक्षी डेमोक्रेट उम्मीदवार बिल क्लिंटन ने जीत हासिल की थी।

ट्रंप का वापसी मुश्किल..

ट्रंप भले ही जीत का दावा कर रहे हैं, लेकिन बाइडन से वह काफी पीछे हैं। बाइडेन की विस्कॉन्सिन-मिशिगन में जीत के बाद ट्रंप की वापसी मुश्किल हो गई है। दोनों नेताओं के बीच वोटों का फासला भी ज्यादा है।

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