अक़ीदत के साथ मनाई गयी गयारवीं शरीफ, कोरोना से निजात के लिए की गई दुआ - Janmat Express

बदायूँ जनमत। मदरसा इस्लाहुल मुस्लिमीन मोहल्ला नवादा में हजरत गौसे आजम शेख अब्दुल कादिर जिलानी की 11वीं शरीफ की निस्बत से एक महफिल का आयोजन किया गया।इस महफ़िल में बच्चों ने हम्द नात मनकबत पेश करके अपनी मोहब्बत और अक़ीदत का इजहार किया। महफ़िल की निजामत हाफिज अब्दुल हादी ने की। मदरसे के सदर व सदस्य जिला पंचायत हाफिज इरफान ने अपने किताब में गोसे पाक की हालाते जिंदगी पर रोशनी डालते हुए कहा कि बड़े पीर साहब बचपन से ही नेक,सच्चे और ईमानदार थे ।उन्होंने अपने बचपन मे ही बहुत सारे डाकुओं को अपनी सच्चाई और ईमानदारी से प्रभावित करके उनको  तौबा करायी।और उन को सच्ची राह पर चलने और ईमानदारी से जीवन व्यतीत करने का उपदेश दिया था । ग़ौसे पाक नबी  के सच्चे वारिस और इमाम उल औलिया हैं। शेख अब्दुल कादिर जिलानी ने दीन की खिदमत के साथ-साथ तमाम दुनिया में मोहब्बत का पैगाम दिया है।हम सबको चाहिए की हम औलिया इकराम से मोहब्बत करें और हमें उनके नक्शे कदम पर अपनी जिंदगी गुजारें। कारी राशिद  ने महफिल में तशरीफ लाए हुए सभी मेहमानों का शुक्रिया अदा किया। महफिल के आखिर में कारी फरीदुज़्ज़मा नूरी ने मुल्क में अमन व अमान खुशहाली मुल्क की तरक्की के लिए और पूरे मुल्क में फैली महामारी कोरोना से निजात की दुआ कराई। इस मौके पर हकीम नासिर बरकाती, कारी रईस अहमद, हाफिज अजीम अजमल हुसैन, ताहिर हुसैन, कल्लू मास्टर, हाफिज शाहिद रजा आदि लोग मौजूद रहे।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

पिता की हत्या का आरोपी बेटा गिरफ्तार, खेत में घेरकर दो तमंचों से बरसाईं थीं गोलियां

हैरतअंगेज: सब्जी में थूक लगाने की घटना पुलिस की ही थी साजिश, जांच के बाद दोषी सिपाही निलंबित

सपा प्रत्याशी की आवभगत में लगे उसहैतवासी, सुरेंद्र बोले 'इंटर कॉलेज दोगे तब करेंगे सपोर्ट'