विधानसभा चुनाव में "नई सपा" ने मुसलमानों के 90 प्रतिशत वोट लेकर इनाम दिया 10 प्रतिशत

बदायूँ जनमत। पूर्व सदर विधायक आबिद रजा ने प्रेस के माध्यम से समाजवादी पार्टी की एमएलसी प्रत्याशियों की सूची जारी होने पर बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि हाल के विधानसभा चुनाव में मुसलमानों ने सपा को 80 से 90% वोट दिया, सिर्फ भाजपा को रोकने के लिए। लेकिन इतना मुसलमान का वोट मिलने के बावजूद भी सपा भाजपा की सरकार रोकने में ना सिर्फ नाकाम रही बल्कि चुनाव में पूरी तरह हार कर सम्मान भी ना बचा सकी, इसमें मुसलमानों का क्या कसूर है।
आज विधान परिषद के चुनाव में सपा ने जो प्रत्याशियों की सूची जारी की उसमें 36 उम्मीदवारों में केवल 4 मुसलमान प्रत्याशी बनाए गए।  मतलब कुल 10 प्रतिशत टिकट पूरे प्रदेश में मुसलमानों को दिए गए। चुनाव में 90% वोट मुसलमानों का लेकर उन्हें इनाम 10% दिया गया है। मौजूदा हालत में मुसलमानों को सपा के बारे में और सपा में अपनी हैसियत के बारे में बहुत गंभीरता से सोचना होगा और भविष्य में नया सियासी विकल्प बनाना होगा।
यहां यह भी बताना जरूरी है कि सपा ने एक विशेष जाति को 70% टिकट दिए हैं। विशेष जाति के प्रत्याशियों के नाम के आगे जाति नहीं लिखकर प्रदेश की जनता को गुमराह करने की भी कोशिश की गई है।


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