MLC जंग : मुस्लिम और दलित वोटर "नई सपा" के बहकावे में नहीं आएंगे - आबिद रज़ा

बदायूँ जनमत। आज दिनांक 21 मार्च को पूर्व सदर विधायक व मंत्री आबिद रजा ने फिर सपा के खिलाफ बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि जिले में एमएलसी के चुनाव में "नई सपा" 100 प्रतिशत चुनाव हार जाएगी, क्योंकि इस चुनाव में मुस्लिम और दलित वोटर अपनी उपेक्षा के कारण नई सपा को वोट नहीं देंगे।
चूंकि प्रदेश में 36 उम्मीदवारों में केवल 4 मुसलमान को टिकट देने के कारण तथा उम्मीदवारों में दलित समाज की उपेक्षा के चलते मुसलमान और दलित समाज में "नई सपा" के खिलाफ बेहद आक्रोश है। खासतौर से मुस्लिम समाज का मानना है कि हम सपा को 90 प्रतिशत वोट दें और हमारी कौम को टिकट मिले मात्र 10 प्रतिशत। यह पार्टी की मुसलमानों के प्रति नाइंसाफी है।
नई सपा जिले में एमएलसी का चुनाव गारंटीशुदा हारने के लिए लड़ रही है। वोटरों से (प्रधान 'बीडीसी मेंबर' जिला पंचायत अध्यक्ष /मेंबर 'नगर पालिका पंचायत अध्यक्ष/ मेम्बर) को सिर्फ बहकाने के लिए जीत की बात इस चुनाव में सिर्फ इसलिए कर रहे हैं ताकि नई सपा को चुनाव में सम्मान जनक वोट मिल जाएं और बड़े नेता जी की इज्जत बच जाए। "नई सपा" लगातार 2014, 2017, 2019, 2022 के चार चुनाव में अपनी जीत बताकर बुरी तरह हार चुकी है। वहीं हारने के बाद वोट देने वाले आम लोगों को 5 साल तक लावारिस छोड़ दिया जाता है।
एक बार फिर एमएलसी के चुनाव में 'नई सपा' वोटरों को जीत का फर्जी सपना दिखाकर झूठा प्रचार कर रही है। वोटरों को फिर से झूठी सियासी उम्मीद दिखाई जा रही है। इसलिए इस चुनाव में वोटर खासतौर से मुसलमान और दलित अपनी सियासी समझदारी का इस्तेमाल करके नई सपा के झूठे आश्वासन, झूठे प्रचार में ना आकर नई सपा को वोट नहीं करेगा। हम एमएलसी के चुनाव में पूरे जिले की 6 सीटों पर 'नई सपा' के खिलाफ प्रचार करेंगे।


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