संदेश

तो मोदी से आगे निकल गया "कन्हैया"

चित्र
2 DSP व 100 पुलिसकर्मी चल रहे थे साथ पटना। जेएनयू विवाद से चर्चा में आए जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया पर बिहार की नीतीश सरकार खासी मेहरबान दिख रही है। बिहार में कन्हैया के साथ चल रहा सुरक्षा काफिला देखकर बड़े बड़े नेता भी शरमा जाएं। कन्हैया के साथ सुरक्षाकर्मियों की फौज लगी हुई है। कन्हैया को बिहार में VVIP ट्रीटमेंट मिल रहा है। कन्हैया को जबरदस्त सुरक्षा मुहैया कराई गई है। उसकी सुरक्षा व्यवस्था में 2 डीएसपी रैंक के अधिकारी, कई इंस्पेक्टर और 100 की संख्या में पुलिसकर्मी तैनात हैं। इसके अलावा सुरक्षा के लिए वज्र वाहन, एम्बुलेंस भी काफिला में शामिल है। बता दें कि भारत विरोधी नारों के आरोप में जेल जा चुका कन्हैया देश भर में दौरा कर रहा है। इस दौरान हैदाराबाद और नागपुर में कन्हैया पर चप्पल भी उछाली गई। दो महीनों के दौरान कन्हैया ने हैदराबाद, नागपुर, मुंबई और पुणे में छात्रों को संबोधित किया है। कुछ दिन पहले ही मुंबई एयरपोर्ट पर भी उसकी एक शख्स से झड़प हुई थी।

बदायूँ के लाल आईपीएस केवल खुराना पर मुकदमा दर्ज

चित्र
रुद्रपुर। एसआई रजत कसाना की तहरीर और डी जी पी के आदेश पर आई पी एस केवल खुराना के खिलाफ दिनेशपुर थाने में केस दर्ज हुवा है। बताया जा रहा है कि कुछ समय पुर्व दिनेशपुर के एसओ रहते हुवे कसाना ने तत्कालीन ssp केवल खुराना के खिलाफ मानवाधिकार आयोग में पत्र के माध्यम से उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी। साथ ही कसाना ने थाने की जीडी में खुराना पर दो लाख रूपये मांगने की शिकायत भी दर्ज की थी। कुछ दिन पूर्व मानवाधिकार आयोग ने मामले को संज्ञान में लेते हुवे Dgp को पत्र भेज मामले की जाँच कराने के निर्देश दिए थे। बताया जा रहा है की पत्र मिलते ही Dgp ने उधमसिंग नगर के ssp को इस मामले में सीधे केस दर्ज कराने के लिखित आदेश जारी कर दिया। ssp अनंत शंकर तकवाले ने खुराना के खिलाफ दिनेशपुर थाने में मुक़दमा दर्ज होने की पुष्टि कर दी है।

सपा ने वसीम बरेलवी को बनाया वोट बैंक मशीन...

चित्र
मशहूर शायर प्रो. वसीम बरेलवी को उत्तर प्रदेश विधान परिषद में सदस्य नामित करके सपा ने विधानसभा चुनाव से ऐन पहले बरेलवियों को खुश करने की एक कोशिश की है। हालांकि प्रो. वसीम की हर फिरके में अपनी खास पहचान है। वह शायर ही नहीं, शिक्षाविद और समाजसेवी भी हैं, इसलिए सूबे की अखिलेश सरकार से उनको ऐसा सम्मान मिलने की उम्मीद बहुत पहले ही पूरी हो जानी चाहिए थे लेकिन चुनाव के ऐन मौके पर उनको विधान परिषद में बैठाने के सियासी निहितार्थ समझे जाने लगे हैं। दरगाह आला हजरत से जुड़े लोगों की सपा के प्रति नाराजगी किसी से छुपी नहीं है। मौलाना तौकीर रजा खां का दर्जा मंत्री से इस्तीफा हो या आबिद खां को दरगाह के लोगों के न चाहने के बावजूद फिर राज्य मंत्री का दर्जा मिलने की बात रही, सपा के खिलाफ नाराजगी अभी दूर नहीं हो सकी है। ऐसे में, सपा बरेलवियों को लुभाने की कवायद में जुटी हुई थी। प्रो. वसीम का मुस्लिम का मुस्लिम ही नहीं दूसरे मजहबों के लोग भी अदब करते हैं।  इसको ध्यान में रखकर सपा ने उनको विधान परिषद में जगह दी है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि सपा अभी भी दरगाह से जुड़े लोगों को साधने की अपनी मुहिम जारी

तो पुलिस की शय का नतीजा है उसहैत में बबाल

चित्र
उसहैत । मामूली कहासुनी पर कई लोगों की ओर पिस्टल तानना । एक व्यक्ति की बाईक लूटकर भागना और तो और खौफ की सारी जंजीरें तोडकर एक दरोगा के सीने पर पिस्टल रखकर मौत की धमकी देना । ये सारा तांडव कल वृहस्पतिवार की शाम काफी देर तक चलता रहा । कई चश्मदीदों ने इस सारी घटना को अपनी आँखों से देखा और वो खौफनाक मंजर बयां किया । उधर थाना पुलिस की कार्यप्रणाली बेहद सराहनीय रही कि अपनी जान पर खेलकर नगर में आतंक मचा रहे दो बदमाशों को दवाव के बाबजूद पकडकर जेल भेज दिया । बता दें ककराला निवासी अमजद पुत्र रूसतम और मुनीर पुत्र मुन्ने को आज थाना पुलिस ने जेल भेज दिया है । चूँकि मामला एक सपा नेता से जुडा था इसलिए इसकी आंच बहुत ऊपर तक महसूस की गई । लेकिन जाबांज थाना प्रभारी कमलेश सिंह ने तमाम दवावों को दरकिनार करते हुए कानूनी प्रक्रिया लागू की । लेकिन घटना सिर्फ यहीं आकर खत्म नहीं होती । बडा सवाल ये है कि वो कौन है जो इस सारे बबाल का जिम्मेदार है ? ककराला निवासी दोनों आरोपी उसहैत क्यों और किससे मिलने आए थे ? सूत्रों की मानें तो दोनों आरोपियों ने कल पीएनबी बैंक के सामने से कई चक्कर काटे थे । उधर ये भी पता चला है

उसहैत पुलिस ने चलाया पानी बचाओ अभियान

चित्र
थाना पुलिस व राष्ट्रीय युवा एक्शन कमेटी ने मिलकर चलाया अभियान उसहैत (बदायूँ) । जल है तो कल है के नारे के साथ जहाँ बडे स्तर पर अभियान चलाए जा रहे हैं वहीं देहात में भी इसकी अलख जल पडी है । थाना पुलिस और राष्ट्रीय युवा एक्शन कमेटी ने मिलकर "जल बचाओ अभियान" और "हमारा पर्यावरण" अभियान की शुरूआत की है ।  अभियान के तहत आज नगर के समाज कल्याण पूर्व माध्यमिक विद्यालय, मदरसा फैजेआम अलीजान व चमेली देवी शिक्षा मंदिर के छात्र एवं छात्राओं को जल को सुरक्षित रखने, पर्यावरण के महत्तव और भूकंप से बचने का हुनर सिखाया । थाना प्रभारी कमलेश सिंह ने स्कूली बच्चों को बताया कि हमारे आस पास और हमारे आँखों के सामने देखा जाता है कि पीने को पानी को किस तरह बर्बाद किया जाता है । पृथ्वी से दिनों दिन जल की मात्रा कम होती जा रही है इसलिए हम सबको चेतना होगा । गांव और कस्बे को लोगों को चाहिए कि वे पानी की खेती करें और बरसात के पानी को किसी तालाब, गढ्ढे या कुएं में एकत्र करें । केवल बरसात का एकत्र पानी ही हमें सूखे से निजात दिला सकता है । वहीं बच्चों को भूकंप से बचने के भी टिप्स दिए गये

क्या बर्दी पहनने के हकदार हैं भगौडे पुलिसकर्मी (दादरी दरोगा हत्याकाण्ड)

चित्र
दादरी । दर्जन भर पुलिस वालों की मौजूदगी में एक दरौगा को गोली मार दी गई और इंस्पेक्टर होम सिंह यादव अपनी पूरी टीम के साथ वापस भाग आते हैं, घायल दरौगा अख्तर खान डेढ़ घंटे पर मौके पर तड़पते रहते हैं, गांवे के ही कुछ लोग उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचते हैं। जहां डॉक्टर उन्हें मृत घोषित कर देते हैं। एक दर्जन पुलिस वाले अपने ही साथी को तड़पते हुऐ छोड़कर भाग खड़े हुऐ क्या ऐसे पुलिसकर्मी समाज में व्याप्त अपराध से लड़ने में सक्षम हो सकते हैं जो अपने ही साथी को मौत के मुंह में झोंक कर भाग आये हों ?   अब यह कहकर सांत्वना देने की कोशिश की जा रही है कि अख्तर शहीद हो गये, अख्तर शहीद हो गये. यह तो सही है मगर उनको शहीद कराने में उनके ही साथी पुलिसकर्मी वालों का हाथ है, उनकी लापरवाही है। ये पुलिसवाले अख्तर की मौत में बराबर के साझीदार हैं। ये भी उतने ही दोषी हैं जितने वे बदमाश दोषी हैं जिन्होंने अख्तर को गोली मारी थी। ऐसे पुलिस कर्मियों को खाकी पहनने का कोई अधिकार नहीं हैं। फेसबुक से

ओवैसी ने लगा डाली विरोधियों की बाट (यूपी में धमाकेदार एंट्री)

चित्र
सिद्धार्थनगर ।   AIMIM के राष्ट्रीय अध्यक्ष असद्ददुदीन ओवैसी ने कड़े विरोध के बाद भी रोड शो किया । जबकि शनिवार को हिन्दू युवा वाहिनी ने जिले की सरहद में ओवैसी के प्रवेश को रोकने के लिए सुबह से ही बलरामपुर-सिद्धार्थनगर जनपद की सरहद पर वाके भडरिया चौराहे पर सुबह से ही जमे रहे। ओवेसी के रोड शो को रोकने के लिए हिन्दू युवा वाहिनी के लोग लगातार प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क पर ही धरना दिया। इस दौरान प्रशासन ने हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद ओवैसी ने रोड शो किया। उल्लेखनीय है कि ओवेसी के यूपी दौरे को लेकर कई दिनों से सियासत चल रही थी वहीं आदित्यनाथ योगी ने भी ओवेसी के दौरे को लेकर विवादित बयान दिए थे जिसके बाद वह चर्चे में रहे लेकिन इन सब के कड़े विरोध के बाद भी AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवेसी ने रोड शो किया और उनके विरोधी दल उनको रोकने में नाकाम रहे । ओवैसी के इस रोड शो से लखनऊ के सियासी गलियारे में भूचाल सा आ गया है ।

अब आरोपी तेजेन्द्र को पुलिस ने कराई मौजमस्ती...

चित्र
बदायूं जनमत । जेल में बंद कैदियों को अस्पताल में भर्ती दिखाकर जिले की पुलिस पब्लिक की हत्याएं तक करा चुकी है। बीते दिनों दर्जा राज्यमंत्री बनवारी सिंह यादव के करीबी रिश्तेदार कैदी मोरपाल सिंह को इलाज के बहाने मौजमस्ती कराई और अब तीन सिपाहियों ने एक चर्चित कांड के आरोपी तेजेंद्र सागर को इलाज के बहाने दो दिन तक एशोआराम कराया। मामला उजागर हुआ, तो सभी जिम्मेदार पर्दा डालने में जुट गए। हालांकि बाद में जांच की बात भी कही जा रही है । पूर्व विधायक योगेंद्र सागर के रिश्तेदार तेजेंद्र सागर बिल्सी के एक चर्चित अपहरण, गैंगरेप के मामले में जेल में निरुद्ध हैं। तेजेंद्र को जेल से बीमारी की बात कहकर लखनऊ के लिए ले जाया गया, जहां न जाकर उसे जिला अस्पताल में बगैर किसी सूचना के रोक दिया गया। जेल में बंद होने के बाद भी उसको अधिकांश जिला अस्पताल में रखा जाता था। बीती १८ अप्रैल को उसे जिला जेल अस्पताल से लखनऊ को रैफर किया गया। उसकी सुरक्षा के लिए तीन सिपाहियों को लगाया गया। बताते हैं कि पुलिस लाइंस में तैनात तीनों सिपाहियों की सुरक्षा में वह जेल से निकला, इसके बाद उसे लखनऊ नहीं ले जाया गया। रास्ते से