कलयुगी भाई बना मजलूम बहिन का दुश्मन, मकान हड़पने का रचा षड्यंत्र, जान से मारने की धमकी दे रहा
बदायूँ जनमत। एक ओर योगी सरकार महिलाओं को मान सम्मान और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देकर उन्हें स्वावलम्बी बना रही है, वहीं महिलाओं पर अत्याचार थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। कस्बा उझानी में एक वृद्धा जो भीख मांगकर अपना पेट भर रही है, जिसके झोपड़ी नुमा मकान पर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस से भी उसे दुत्कार मिली तो उसने कप्तान के दरबार मे न्याय की गुहार लगाई है। क्या वाकई गरीबी एक अभिशाप है ? यह सवाल आज भी उन मजलूम और बेसहारा लोगों के दिलों को झकझोर रहा है जो अपनी बेबसी के चलते अपनी गुजर बसर कर रहे हैं और जिनका समाज भी मखौल उड़ाता है। मानसिक और शारीरिक तौर पर कमजोर वृद्धा जो एक झोपड़ी नुमा मकान में पिछले 60 वर्षों से गुजारा कर अपना जीवन यापन कर रही है। जिसकी जायदाद पर उसके सगे भाई ने कब्जा जमाकर उसे बेघर करने का षड्यंत्र रच डाला। पूरा मामला कस्बा उ...